हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
जीवन कभी- कभार बेइमान हो सकता है
हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
रास्ते है तंग और मुश्किलों से भरे हुए
विपरीत परिस्थितियों से है डरे हुए
लिया संकल्प और लगे रहे तन मन से
उम्मीदों का चिराग जलाएं जन जन से
चाहें जो मुश्किल हो निदान हो सकता है
हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
सारी रात अंखियों में कट जाती है
जिंदगी कई हिस्सों में बट जाती है
फंस जाते हैं हम फैसलों के भंवर में
और किस्मत एकाएक पलट जाती है
कई बार हथेली पर भी जान हो सकता है
हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
दिये हुए वचन को निभाना पड़ता है
सांसे देकर किमत चुकाना पड़ता है
रिश्तों को चलाने के लिए ऐ! मन
चुभती बातों को भुलाना पड़ता है
सच के लिए गिरवी ईमान हो सकता है
हिम्मत है तो कुछ भी आसान हो सकता है
नूर फातिमा खातून” नूरी”
जिला- कुशीनगर