Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Jun 2023 · 1 min read

हिन्दी के हित प्यार

** नवगीत **
~~~~~~~~~~~~~~~
हिन्दी के हित प्यार जगाएँ।
हम अपना कर्तव्य निभाएँ।
~
इस मिट्टी से जन्मी भाषा,
करती पूर्ण सभी की आशा।
नभ में नाम इसी का हम सब,
उच्च स्वरों में मिल गुंजाएँ।
~
हक है आजादी में जीना,
हर मुश्किल में ताने सीना।
भाव विदेशी का तज डालें,
अंग्रेजी का मोह भुलाएँ।
~
भाषा वेदों उपनिषदों की,
रामायण गीता गंगा की।
संस्कृत हैं हिन्दी की माता,
इसके सम्मुख शीश नवाएँ।
~
हिन्दी के हित प्यार जगाएँ।
हम अपना कर्तव्य निभाएँ।
************************
-सुरेन्द्रपाल वैद्य, मण्डी (हि.प्र.)

1 Like · 360 Views
Books from surenderpal vaidya
View all

You may also like these posts

खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
खुशनुमा – खुशनुमा सी लग रही है ज़मीं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
"हिंदी साहित्य रत्न सम्मान - 2024" से रूपेश को नवाज़ा गया'
रुपेश कुमार
मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत
मेरी मोहब्बत पाक मोहब्बत
VINOD CHAUHAN
*गुरु महिमा (दुर्मिल सवैया)*
*गुरु महिमा (दुर्मिल सवैया)*
Rambali Mishra
क्या तुम कभी?
क्या तुम कभी?
Pratibha Pandey
इश्क़ एक दरिया है डूबने से डर नहीं लगता,
इश्क़ एक दरिया है डूबने से डर नहीं लगता,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
तस्वीर!
तस्वीर!
कविता झा ‘गीत’
बरसात का मौसम सुहाना,
बरसात का मौसम सुहाना,
Vaishaligoel
শিবের গান
শিবের গান
Arghyadeep Chakraborty
मौजूदा ये साल मयस्ससर हो जाए
मौजूदा ये साल मयस्ससर हो जाए
Shweta Soni
मिथिलाक बेटी
मिथिलाक बेटी
श्रीहर्ष आचार्य
आदर्श लौट आऐं
आदर्श लौट आऐं
Shutisha Rajput
बालगीत
बालगीत
मिथलेश सिंह"मिलिंद"
दोस्ती
दोस्ती
Mansi Kadam
मौसम
मौसम
Sumangal Singh Sikarwar
हमें निंदा से डरना नहीं चाहिए क्योंकि जब तक जीवन है लोग कहें
हमें निंदा से डरना नहीं चाहिए क्योंकि जब तक जीवन है लोग कहें
Ravikesh Jha
कविता की महत्ता।
कविता की महत्ता।
Rj Anand Prajapati
व्यवहार वह सीढ़ी है जिससे आप मन में भी उतर सकते हैं और मन से
व्यवहार वह सीढ़ी है जिससे आप मन में भी उतर सकते हैं और मन से
Ranjeet kumar patre
सो कॉल्ड अन्तराष्ट्रीय कवि !
सो कॉल्ड अन्तराष्ट्रीय कवि !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
नित जीवन के संघर्षों से
नित जीवन के संघर्षों से
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको
आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको
नंदलाल सिंह 'कांतिपति'
एहसास के सहारे
एहसास के सहारे
Surinder blackpen
यूँ डरकर मत लौट चलो, इतने करीब आकर।
यूँ डरकर मत लौट चलो, इतने करीब आकर।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
4701.*पूर्णिका*
4701.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
दिलवालों के प्यार का,
दिलवालों के प्यार का,
sushil sarna
हल्के किरदार अक्सर घाव गहरे दे जाते हैं।
हल्के किरदार अक्सर घाव गहरे दे जाते हैं।
अर्चना मुकेश मेहता
प्रतीक्षा
प्रतीक्षा
राधेश्याम "रागी"
मत जागरूकता
मत जागरूकता
Juhi Grover
आखरी है खतरे की घंटी, जीवन का सत्य समझ जाओ
आखरी है खतरे की घंटी, जीवन का सत्य समझ जाओ
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
चलो अब हम यादों के
चलो अब हम यादों के
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...