Posts Tag: नवगीत 63 posts Sort by: Latest Likes Views List Grid surenderpal vaidya 5 Feb 2024 · 1 min read * शुभ परिवर्तन * ** नवगीत ** पर्व यही शुभ परिवर्तन का सबके मन को भाता खूब मकर संक्रांति पर्व आ गया सबके मन को खूब भा गया जागी मन में नयी उमंगें रंग... Poetry Writing Challenge · नवगीत · मकर संक्रांति 1 1 43 Share surenderpal vaidya 1 Feb 2024 · 1 min read * गीत प्यारा गुनगुनायें * ** नवगीत ** ~~ प्रकृति के साथ हिलमिल, गीत प्यारा गुनगुनायें। भोर की बेला सुनहरी, प्राणियों ने चक्षु खोले। मिट गई तम श्रृंखलायेँ, और लब पर सुर अबोले। पाखियों के... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत 1 1 64 Share surenderpal vaidya 1 Feb 2024 · 1 min read * नव जागरण * ** नवगीत ** ~~ संगीत का अब प्रकृति में हो रहा नव जागरण। शीत से कुछ थम गई थी, और मद्धम हो गई थी। किन्तु वासंती लहर का, हो रहा... Poetry Writing Challenge · कविता · नव जागरण · नवगीत 1 1 53 Share surenderpal vaidya 31 Jan 2024 · 1 min read * विदा हुआ है फागुन * ** नवगीत ** ~~~~~~~~~~~~~ नई कोंपलों से पेड़ों को, भर कर विदा हुआ है फागुन। ठंडी ठंडी हवा चलेगी, तपती दोपहरी में। और सघन सी छाया होगी। चुभन भरी गर्मी... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत · फागुन 1 40 Share surenderpal vaidya 31 Jan 2024 · 1 min read * राह चुनने का समय * ** नवगीत ** ~~~~~~~~~~ अब नहीँ चुपचाप बैठो, राह चुनने का समय है। ~~ आज सत्ता के खिलाड़ी, वोट के याचक बने हैं। स्याह दिल भीतर छिपाये, भगत बगुले से... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत 36 Share surenderpal vaidya 31 Jan 2024 · 1 min read * चाहतों में * ** नवगीत ** ~~~~~~~~~~~~ चाहतों में गुजर गया जीवन। जब वो आये सँवर गया जीवन। आंसूओं को बहुत पिया मैंने, दर्द चुपके से सह लिया मैंने। जिन्दगी की तमाम खुशियों... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 1 48 Share surenderpal vaidya 31 Jan 2024 · 1 min read * गीत कोई * ** नवगीत ** ~~ गीत कोई गुनगुनाता जा रहा है पर्वतों की चोटियों में और गहरी घाटियों में बह रही शीतल हवा को कौन महकाता रहा है खिल रहे सुन्दर... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 1 57 Share surenderpal vaidya 31 Jan 2024 · 1 min read * सुहाती धूप * ** नवगीत ** ~~ सर्दी के मौसम में देखो सबको खूब सुहाती धूप श्वेत दुधिया रंग लिए धुंध पड़ी हर ओर शीतलता से हो रहा कंपित है हर छोर सहसा... Poetry Writing Challenge · नवगीत · सुहाती धूप 1 1 38 Share surenderpal vaidya 30 Jan 2024 · 1 min read * नव जागरण * ** नवगीत ** ~~ संगीत का अब प्रकृति में हो रहा नव जागरण। शीत से कुछ थम गई थी, और मद्धम हो गई थी। किन्तु वासंती लहर का, हो रहा... Poetry Writing Challenge · जागरण · नवगीत 1 1 69 Share surenderpal vaidya 30 Jan 2024 · 1 min read * खिल उठती चंपा * ** नवगीत ** ~~~~~~~~~~~ *खिल उठती चंपा* रोज सुबह, खिल उठती चंपा। इस पुण्य धरा पर होती पोषित, खूब फैलती और फूलती। हरियाली साड़ी धारण कर, खड़ी खड़ी इठलाती जाती।... Poetry Writing Challenge · चंपापुष्प · नवगीत 1 1 61 Share डॉ.सीमा अग्रवाल 30 Jan 2024 · 1 min read पग न अब पीछे मुड़ेंगे... कस कमर जो चल पड़े हैं, पग न वे पीछे मुड़ेंगे। तुम जियो आजाद होकर, अब न तुम पर भार हूँ मैं। कर्म अपने साथ लेकर, जी रही अधिकार हूँ... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 52 Share *Author प्रणय प्रभात* 28 Aug 2023 · 1 min read #नवगीत- #नवगीत- ■ मेरे पीछे ना दौड़ो...।। 【प्रणय प्रभात】 मैं बादल हूँ बस धरती की प्यास बुझाऊंगा। मेरे पीछे ना दौड़ो मैं हाथ ना आऊंगा।। - मुझमें जितना नीर, वो सब... Hindi · गीत · नवगीत 2 70 Share surenderpal vaidya 19 Jul 2023 · 1 min read रिमझिम बरसो ** नवगीत ** ~~ रिमझिम बरसो काले बदरा, सबकी प्यास बुझाओ। नन्हे नन्हे पर फैलाए, देखो उड़ी जा रही चिड़िया। चहक रही है डाली डाली, सुन्दर नन्ही सी गौरैया। बादल... Hindi · कविता · नवगीत 2 2 104 Share surenderpal vaidya 12 Jun 2023 · 1 min read सावनी श्यामल घटाएं ** नवगीत ** ********************* छा रही हैं * नील नभ पर छा रही हैं, सावनी श्यामल घटाएँ। गर्मियां तपती दोपहरी, में सभी व्याकुल हुए हैं। खिन्न मन बोझल कदम ले,... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत · सावन 1 345 Share DR ARUN KUMAR SHASTRI 11 Jun 2023 · 2 min read दर्द की मानसिकता डॉ ० अरुण कुमार शास्त्री एक ? अबोध बालक - अरुण अतृप्त दर्द की चादर से वैसे तो मेरा कोई लगाव न था ।। न चाहते चाह्ते ये न जाने... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नवगीत 263 Share surenderpal vaidya 6 Jun 2023 · 1 min read किसको सुनाऊँ ** किसको सुनाऊँ ** ------------- प्रीत का नवगीत मैं, किसको सुनाऊं। तुम नहीं हो पास मेरे, महक फूलों में तुम्हारी। तुम भले आँखों से ओझल, किन्तु मन में छवि तुम्हारी।... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत 1 205 Share surenderpal vaidya 3 Jun 2023 · 1 min read हिन्दी के हित प्यार ** नवगीत ** ~~~~~~~~~~~~~~~ हिन्दी के हित प्यार जगाएँ। हम अपना कर्तव्य निभाएँ। ~ इस मिट्टी से जन्मी भाषा, करती पूर्ण सभी की आशा। नभ में नाम इसी का हम... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत · हिन्दी 1 283 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 31 May 2023 · 1 min read गीत अभी तक ज़िंदा है गीत अभी तक ज़िंदा है कैसे अलग करोगे बोलो साँसों का बाशिंदा है, सतयुग त्रेता द्वापर बीते गीत अभी तक ज़िंदा है। लाख यत्न सब करके हारे चलती हैं इसकी... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 77 Share surenderpal vaidya 30 May 2023 · 1 min read बरसात ** बरसात ** ~~~~~~~~~~~ बरसात में गीतों के स्वर घुलने लगे हैं नेह के उर में बजी प्रिय तान है ओंठ पर इक मदभरी मुस्कान है धड़कनों के बीच कोमल... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत · बरसात 1 269 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read करवट लेती यादें रोम रोम में पड़ी सलवटें, करवट लेती यादें। जब तक आग चिलम में बाकी, हुक्का पीना होगा। यादों का परजीवी बनकर, हमको जीना होगा। उर से लिपटी रोतीं रातें, कैसे... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 2 172 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read गाँवों की पगडंडी राजमार्ग से प्रश्न कर रही, गाँवों की पगडंडी। कब पहुँचेगा मेरे द्वारे, यह विकास पाखंडी। बूढ़े गाँवों में दिखता है, सुविधाओं का टोटा। बच्चे मार रहे तख्ती पर, अब तक... Poetry Writing Challenge · नवगीत 2 2 225 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read लेकर हाथ तिरंगा लेकर हाथ तिरंगा। रैली,धरना,हड़तालों में होता है अब दंगा। नहीं बोलने की आज़ादी, लोग लगाते नारे। रोक सड़क की आवाजाही, बैठें पैर पसारे। लोकतंत्र की देखो खूबी, करे झूठ को... Poetry Writing Challenge · नवगीत 1 2 174 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read समय बड़ा अलबेला है ता - ता थैया खूब नचाए, समय बड़ा अलबेला है। कहीं जेब में बोझिल बटुआ, कहीं न कौड़ी - धेला है। कहीं दौड़ता चीते - सा वह कहीं हाथ पर... Poetry Writing Challenge · नवगीत 126 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 27 May 2023 · 1 min read बहरे हैं चलने वाले साथ सभी जब अंधे, गूँगे, बहरे हैं, कैसे पूरे होंगे जो भी देखे स्वप्न सुनहरे हैं। बँधी हुई खूँटे से नावें खाती हैं तट पर हिचकोले, उत्ताल तरंगें... Poetry Writing Challenge · नवगीत 200 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 May 2023 · 1 min read सज्जनता के जेवर रास नहीं आते दुनिया को सज्जनता के जेवर। फिकरा कसती रहती राहें अपने कहते बुजदिल, खून जोंक-सा चूसा करती रोज अनोखी मुश्किल। धूर्त भेड़िए दिखलाते हैं अपने तीखे तेवर। पूज्य... Poetry Writing Challenge · नवगीत 50 Share डाॅ. बिपिन पाण्डेय 26 May 2023 · 1 min read बदल गए हैं सब प्रतिमान बदल गए है सब प्रतिमान अस्ताचल में सच का सूरज हुआ झूठ का नवल विहान, त्याज्य हुआ पंचामृत पोषक मैला लगता गंगा नीर, तीर्थाटन है सैर-सपाटा घूम-घूम खींचें तस्वीर। नागफनी... Poetry Writing Challenge · नवगीत 54 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read वक्त गिरवी सा पड़ा है जिंदगी ( नवगीत) नवगीत-25 आधुनिकता वक्त पाकर देख दर्पण मुस्कुराती । वक़्त गिरवी सा पड़ा है जिंदगी आँसू बहाती । जंगलों का काफ़िला अब ख़ौफ़ से सहमा हुआ है ले प्रगति की नव... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 202 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read पैसों के छाँव तले रोता है न्याय यहां (नवगीत) नवगीत 24 पैसों के छाँव तले रोता है न्याय यहाँ । खुशिओं की वाट लगी दर्द भाव खाता है सच के दरवाजे पे झूठ मुस्कुराता है कर्मो की फसलों को... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 157 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read राजनीति अब धुत्त पड़ी है (नवगीत) नवगीत _23 राजनीति अब धुत्त पड़ी है नेताओं के तलवे चाटे । श्रमिक भूख से तड़प रहे है खाते कूड़ेदान पराठे । औंधे मुँह गिर पड़ी शराफ़त मंहगाई मुँह बाए... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 365 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत) नवगीत_22 --------- एक अँधेरा सा छा जाता है परिवर्तित व्यवहारों में । द्वंद्व अनेकों पलते देखे, संवेदनहीन विचारों में । स्वार्थ लिए निजता बढ़ती है लघुता विस्तृत हो जाती सम्बन्धों... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 232 Share Rakmish Sultanpuri 26 May 2023 · 1 min read आज गरीबी की चौखट पर (नवगीत) नवगीत _21 आज गरीबी के चौखट पर चित्त पड़ी है क्यों महँगाई । जीवन जीने की प्रत्याशा क्षुब्ध कहीं आँखें मलती है छोड़ शहर के संसाधन सब मजबूरी पैदल चलती... Poetry Writing Challenge · कविता · नवगीत · रकमिश सुल्तानपुरी 198 Share Rakmish Sultanpuri 23 May 2023 · 1 min read हूं नही कवि व्यर्थ अपनी लेखनी (नवगीत? नवगीत 20 हूँ नही कवि व्यर्थ अपनी लेखनी किस पर चलाऊं । सोचता हूँ शांति की छाया कहीं से ढूढ़ लाऊं । भाव में नित लिप्त होकर ठूँठ सी दमदार... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 144 Share Rakmish Sultanpuri 23 May 2023 · 1 min read निर्भय सोती रही जिंदगी (नवगीत) नवगीत–19 निर्भय सोती रही जिंदगी मौत यहाँ सिरहाने बैठी । जागरूकता खाली पन में पीट रही है रोज ढ़िढोरा आलस की चादर में लिपटा छिछलेपन ने खींस निपोरा पुनः व्यस्तताएं... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 127 Share Rakmish Sultanpuri 23 May 2023 · 1 min read आदमी की क्रूरता में कौन सा रस है(नवगीत? नवगीत18 आदमी की क्रूरता में कौन सा रस है ? देख जग की रीति इन आँखों में पावस है । रुग्णता से हार जाती तीक्ष्ण क्षमताएँ, आदमी को तोड़ देती... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत · रकमिश सुल्तानपुरी 201 Share Rakmish Sultanpuri 22 May 2023 · 1 min read कंटकों के मार्ग पे चल (नवगीत) नवगीत –17 वंचनाओं को मिला पथ दो दिनों का हर्ष बोता । कंटकों के मार्ग पे चल गुण दुःखी आँसू सँजोता । जिंदगी की दौड़ में सब बीत जाता वक्त... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 119 Share Rakmish Sultanpuri 22 May 2023 · 1 min read अनुमानों पर जीवन शैली (नवगीत) नवगीत –16 लक्ष्य निरन्तर धूमिल करती फैल निराशाएँ मटमैली कब तक चलती रहे अकेले अनुमानों पर जीवन शैली कर्मो के अवलम्ब ढहे है निश्चित्ताएँ दूर खड़ी हैं पगुराते अवसर से... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 109 Share Rakmish Sultanpuri 22 May 2023 · 1 min read जिन लोगों ने दर्द (नवगीत) नवगीत_15 जिन लोगों ने दर्द छुआ है , उनमें तुम हो, उनमें मैं हूँ । हरे घाव को तृप्त कर गई ये सन्ध्या की धूप बुढ़ापी नमी दे गई नम... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 173 Share surenderpal vaidya 20 May 2023 · 1 min read गायें गौरव गान ** गायें गौरव-गान ** ~~ गायें गौरव गान देश का गायें गौरव गान यह भूमि है अति पावन सबसे बढ़कर मनभावन इस पर आँच न आने देंगे कर देंगे जीवन... Poetry Writing Challenge · कविता · देश · नवगीत 1 259 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read लाद ले जाती गरीबी (नवगीत) नवगीत _14 -------------- जीर्ण वस्त्रों में छिपाकर हुक़्म पा धनवान का । लाद ले जाती ग़रीबी ढेर कूड़ेदान का । तंग बचपन की गली में ठोकरों से डगमगाई । धूप... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 242 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read वक्त को जिसने न समझा (नवगीत) नवगीत_13 वक़्त को जिसने न समझा वक़्त पीछे पड़ गया फिर । वक़्त ने उसको लताड़ा और आगे बढ़ गया फिर । उम्र की राहों पे दौड़ी घट रही नित... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · गीत · नवगीत 177 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read जिंदगी है कुछ नही बस(नवगीत) नवगीत _12 एक मुट्ठी भर समय है रेत सी फिसलेगी मानी जिंदगी है कुछ नही बस मात्र दो दिन की कहानी आ गया संसार में इक जीवधारी ज्ञात होकर खिलखिलाई... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नवगीत 90 Share Rakmish Sultanpuri 20 May 2023 · 1 min read आश दे तो आशना दे (नवगीत) नवगीत_11 आश दे तो आशना दे । देव ! ऐसा ताप न दे । सभ्यताओं को निगलने आज विपदाएं चल पड़ीं हैं व्योम तक ले दुष्ट छमताएँ धर्म चुप है... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 144 Share Rakmish Sultanpuri 19 May 2023 · 1 min read आज धूप का चौथा दिन है । (नवगीत) नवगीत एक महीना बारिस खा गई आज धूप का चौथा दिन है । रिमझिम -रिमझिम टपटप- टपटप वर्षा के पदचाप निरन्तर दिनकर सुनता चुपके-चुपके सोया रहता है अपने घर नाले... Poetry Writing Challenge · Kavita · Rakmish Sultanpuri · गीत · नवगीत 66 Share Rakmish Sultanpuri 19 May 2023 · 1 min read चर्चाएं आपस में करते नभ के दोनों (नवगीत) नवगीत चर्चाएं आपस में करते नभ के दोनों छोर निलय में । पुरवाई की विरह– वेदना सुनता है सागर पछुआ की लपटें दहती हैं तपता खूब दिवाकर प्यासी– प्यासी नदियां... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 106 Share Rakmish Sultanpuri 19 May 2023 · 1 min read आज के रिश्ते हुए हैं रोडलाइट (नवगीत) नवगीत_8 ---------------------- आज के रिश्ते हुए हैं रोड लाइट । व्यस्त निजता में यहाँ इंसान साये के स्वार्थ उपजा जल गए रिस्ते किराये के हो गए हैं पास तारों से... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नवगीत 34 Share Rakmish Sultanpuri 19 May 2023 · 1 min read सन्नाटे गांवों में पसारे (नवगीत) नवगीत _7 ------------ सन्नाटे गाँवों में पसरे कोलाहल है नदी किनारे वक़्त काटता दर्जी बनकर जीवन को नित लेकर कैंची और बुढ़ापा खोल रहा है निजकर्मो की रोज़ अटैची होमवर्क... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 169 Share Rakmish Sultanpuri 18 May 2023 · 1 min read देख चुप खुद मौन मुझसे प्रश्न कोई (नवगीत) नवगीत –6 _______ शांत रहता हूँ कभी जब धैर्य मेरा टूटता है । देख चुप खुद मौन मुझसे प्रश्न कोई पूछता है । कौन सी तेरी व्यथा जो धूप सी... Poetry Writing Challenge · कविता · गीत · नवगीत 183 Share Rakmish Sultanpuri 18 May 2023 · 1 min read सच का कोई मूल नही है (नवगीत? नवगीत –5 सच का कोई मूल नही है। __________________ धूप सेंक कर झर जायेगा सच कनेर का फूल नही है । झाँक रही पूरब से संध्या भावी का आश्वासन पाकर... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · कविता · गीत · नवगीत 1 85 Share Rakmish Sultanpuri 18 May 2023 · 1 min read स्वप्न केवल स्वप्न बनकर हो गया बेकार तो (नवगीत) नवगीत–4 स्वप्न केवल स्वप्न बनकर हो गया बेकार तो । एक पग तुमको बढ़ाना है दृढ़ विश्वास रखकर हारना क्यों चाहता तू लक्ष्य के नज़दीक आकर मानता हूँ थक गया... Poetry Writing Challenge · Rakmish Sultanpuri · नवगीत 147 Share Rakmish Sultanpuri 18 May 2023 · 1 min read बादलों ने नभ निलय में ( नवगीत) नवगीत –3 ------- बादलों ने नभ, निलय में इन्द्रधनुषी रँग भरे क्यों ? सह थपेड़े मौसमों के ,फ़ूल सरसों के झरे क्यों ? आह में तप सतपथों पर तीव्रगति से... Poetry Writing Challenge · नवगीत 176 Share Page 1 Next