हिन्दी की दशा
हिन्दुस्तान में हो गया है
हिन्दी का यह हाल
संडे – संडे सब रटे
भूल गए रविवार
जो बोले हिन्दी यहां , उसको समझे हीन
अंग्रेज़ी के सामने , हिंदी की तौहीन
माना अच्छी बात है हर भाषा का ज्ञान
किन्तु कहां तक उचित है
हिन्दी का अपमान
हिन्दी तो बन कर रहे , हर भाषा का ताज
कीर्ति ने इसको कर दिया , परिचय का मोहताज
हिन्दी क उपयोग में क्यों इतना संकोच
किस भाषा में पाओगे हिंदी जैसी लोच
हिन्दी में हर बात करें
हिन्दी में हो काम
तभी हिन्दी पायेगी,
सम्मानित स्थान। ।
✍️रश्मि गुप्ता @ Ray’s Gupta