Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
14 Sep 2021 · 2 min read

हिन्दी काव्य का प्रसार

हिन्दी काव्य का प्रसार
(हिन्दी दिवस पर विशेष)
°°°°°°°°°°°°°°°°°°
राष्ट्रीय एकता की निशानी,
हिन्दी है भारत की आत्मा।
हिंदी में काव्य कैसे रची जाती,
सुनिए तो कवि की जुबानी।

कवि जब अभिभूत होता ,
शब्द की अठखेलियों से।
पाठकों का मन परखने,
तन की भी परवाह न करता।
उठती आहें गीत बनकर,
छलके आँसू प्रीत बनकर
नवरस की कल्पनाओं से,
प्रकृति का श्रृंगार करता।
रिश्ते-नाते दुखित होते,
प्रियजनों की रुसवाईयों से ।
नवसृजन श्रृंगार हेतु ,
कर्मपथ विचलित न होता l

वो समझता अन्तर्मन में,
देश कब उन्नत बनेगा।
विज्ञान युग के साथ ही,
हिन्दी कब सुदृढ़ होगा।
काव्य कैसे सुन्दर सजेगा,
रस,छंद,अलंकार गूंथकर।
पाठकों के तरुण मन में,
सम्प्रेषण का हथियार बनकर।
साहित्य और इतिहास मिलकर,
देश की संस्कृति है गढ़ती।
काव्य यदि ज़ख्मित हुआ तो,
देश की सीमा सिमटती।

काव्य धरा की वो फिजा है,
रूह में है जा दहकती।
शब्दरूपी वाण बनकर ,
ब्रह्मास्त्र से ये प्रलय भी करती।
प्रेरणा से इस जगत के,
भाव चेतन को संवरती।
पर दिग्भ्रमित युवा मन ,
संधान इसका कर न पाता।
इन्टरनेट की गंदगियों से,
अंतर्मन ग्रसित जो होता।
दुश्मनों की चाल गहरी,
तरुण मन भ्रमित हुआ है।

आओ मिलकर भटके मनुज को,
हिंदी की महत्ता बतायें।
संस्कृति की अमूल्य धरोहर,
हिन्दी भाषा की विधा समझाएं ।
राष्ट्रधर्म की पुकार सुनें हम,
हिंदी को रोचक बनाएं।
सप्तसुरों में काव्य रचकर,
हिंदी काव्य संगीत गाएँ।
विलुप्त होती हिन्दी भाषा को,
फिर से हम रोचक बनाएं।
हिन्दी काव्य की विधा में,
अंत्याक्षरी को फिर से गाएँ।
राजभाषा हिन्दी को अब हम,
राष्ट्रभाषा का गौरव दिलाए।

मौलिक एवं स्वरचित
सर्वाधिकार सुरक्षित
© ® मनोज कुमार कर्ण
कटिहार ( बिहार )
तिथि -१४ /०९/२०२१
मोबाइल न. – 8757227201

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 1146 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from मनोज कर्ण
View all
You may also like:
2122 1212 22/112
2122 1212 22/112
SZUBAIR KHAN KHAN
Nhà Cái Uy Tín Chuyên trang nhà cái tổng hợp cung cấp link t
Nhà Cái Uy Tín Chuyên trang nhà cái tổng hợp cung cấp link t
Nhà Cái Uy Tín
उन्नति का जन्मदिन
उन्नति का जन्मदिन
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
जलाना था जिस चराग़ को वो जला ना पाया,
जलाना था जिस चराग़ को वो जला ना पाया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
सतयुग में राक्षक होते ते दूसरे लोक में होते थे और उनका नाम ब
सतयुग में राक्षक होते ते दूसरे लोक में होते थे और उनका नाम ब
पूर्वार्थ
*होली: कुछ दोहे*
*होली: कुछ दोहे*
Ravi Prakash
हिसाब सबका होता है
हिसाब सबका होता है
Sonam Puneet Dubey
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
पेड़ लगाओ पर्यावरण बचाओ
Buddha Prakash
जिक्र
जिक्र
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*एक चूहा*
*एक चूहा*
Ghanshyam Poddar
लाल रंग मेरे खून का,तेरे वंश में बहता है
लाल रंग मेरे खून का,तेरे वंश में बहता है
Pramila sultan
𑒔𑒰𑒙𑒳𑒏𑒰𑒩𑒱𑒞𑒰,𑒢𑒱𑒖 𑒮𑓂𑒫𑒰𑒩𑓂𑒟,𑒢𑒱𑒖 𑒨𑒬𑒑𑒰𑒢 𑒂 𑒦𑒹𑒠𑒦𑒰𑒫 𑒏 𑒖𑒰𑒪 𑒧𑒹 𑒅𑒗𑒩𑒰𑒨𑒪 𑒧𑒻
𑒔𑒰𑒙𑒳𑒏𑒰𑒩𑒱𑒞𑒰,𑒢𑒱𑒖 𑒮𑓂𑒫𑒰𑒩𑓂𑒟,𑒢𑒱𑒖 𑒨𑒬𑒑𑒰𑒢 𑒂 𑒦𑒹𑒠𑒦𑒰𑒫 𑒏 𑒖𑒰𑒪 𑒧𑒹 𑒅𑒗𑒩𑒰𑒨𑒪 𑒧𑒻
DrLakshman Jha Parimal
6. *माता-पिता*
6. *माता-पिता*
Dr .Shweta sood 'Madhu'
3551.💐 *पूर्णिका* 💐
3551.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
हिन्दी
हिन्दी
Dr.Pratibha Prakash
मौत
मौत
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
चुनाव
चुनाव
*प्रणय*
बूढ़ा हो  बच्चा हो या , कोई  कहीं  जवान ।
बूढ़ा हो बच्चा हो या , कोई कहीं जवान ।
Neelofar Khan
यहां कुछ भी स्थाई नहीं है
यहां कुछ भी स्थाई नहीं है
शेखर सिंह
विषय :- मीत
विषय :- मीत
DR ARUN KUMAR SHASTRI
ଆତ୍ମବିଶ୍ୱାସ ସହ ବଞ୍ଚନ୍ତୁ
ଆତ୍ମବିଶ୍ୱାସ ସହ ବଞ୍ଚନ୍ତୁ
Otteri Selvakumar
"मैं और तू"
Dr. Kishan tandon kranti
बुराई कर मगर सुन हार होती है अदावत की
बुराई कर मगर सुन हार होती है अदावत की
आर.एस. 'प्रीतम'
इसके जैसा
इसके जैसा
Dr fauzia Naseem shad
****हर पल मरते रोज़ हैं****
****हर पल मरते रोज़ हैं****
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
क्रिकेट वर्ल्ड कप 2023
Sandeep Pande
बाण मां के दोहे
बाण मां के दोहे
जितेन्द्र गहलोत धुम्बड़िया
मैं उस बस्ती में ठहरी हूँ जहाँ पर..
मैं उस बस्ती में ठहरी हूँ जहाँ पर..
Shweta Soni
जो दूसरे को इज्जत देते हैं असल में वो इज्जतदार होते हैं, क्य
जो दूसरे को इज्जत देते हैं असल में वो इज्जतदार होते हैं, क्य
Ranjeet kumar patre
पुस्तक समीक्षा- राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
पुस्तक समीक्षा- राना लिधौरी गौरव ग्रंथ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
Loading...