हिंदी दोहे – सभा (दोहाकार- राजीव नामदेव राना लिधौरी)
*हिंदी -दोहे 219- सभा
#राना होवे जब सभा,चले ज्ञान की बात।
सीखो समझो चार गुण,मानो सब सौगात ।।
जहाँ सभा में आपके,स्वीकृत हों प्रस्ताव।
अभिवादन #राना करो,हों विनम्र शुभ भाव।।
सभा देखते आजकल,मच जाता संग्राम।
हैं प्रयोग कटु शब्द के,#राना नहीं विराम।।
सभा वही शालीन है,सुने परस्पर बात।
आदर सँग सत्कार की,#राना हो सौगात।।
निर्णय करती जब सभा,बहुमत के प्रस्ताव।
तब सबको स्वीकार हों,#राना सुंदर भाव।।
***दिनांक -10-12-2024
✍️ -राजीव नामदेव “राना लिधौरी”
संपादक “आकांक्षा” हिंदी पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com