Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
3 Apr 2024 · 1 min read

समय ही तो हमारी जिंदगी हैं

समय ही तो हमारी जिंदगी हैं
हम समय को ही नहीं सोचते हैं।

31 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
कब तक बचोगी तुम
कब तक बचोगी तुम
Basant Bhagawan Roy
हिंदुस्तानी है हम सारे
हिंदुस्तानी है हम सारे
Manjhii Masti
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
तेवरी
तेवरी
कवि रमेशराज
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
इश्क़ के नाम पर धोखा मिला करता है यहां।
Phool gufran
"चालाकी"
Ekta chitrangini
वो कत्ल कर दिए,
वो कत्ल कर दिए,
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
7-सूरज भी डूबता है सरे-शाम देखिए
7-सूरज भी डूबता है सरे-शाम देखिए
Ajay Kumar Vimal
प्रिय-प्रतीक्षा
प्रिय-प्रतीक्षा
Kanchan Khanna
*नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)*
*नए वर्ष में स्वस्थ सभी हों, धन-मन से खुशहाल (गीत)*
Ravi Prakash
शांति के लिए अगर अन्तिम विकल्प झुकना
शांति के लिए अगर अन्तिम विकल्प झुकना
Paras Nath Jha
गंगा दशहरा मां गंगा का प़काट्य दिवस
गंगा दशहरा मां गंगा का प़काट्य दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
****वो जीवन मिले****
****वो जीवन मिले****
Kavita Chouhan
*सांच को आंच नहीं*
*सांच को आंच नहीं*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
💐प्रेम कौतुक-428💐
💐प्रेम कौतुक-428💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मुख्तशर सी जिन्दगी हैं,,,
मुख्तशर सी जिन्दगी हैं,,,
Taj Mohammad
सोच समझ कर
सोच समझ कर
पूर्वार्थ
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
!! ईश्वर का धन्यवाद करो !!
Akash Yadav
***
*** " पापा जी उन्हें भी कुछ समझाओ न...! " ***
VEDANTA PATEL
बाबा साहेब अम्बेडकर / मुसाफ़िर बैठा
बाबा साहेब अम्बेडकर / मुसाफ़िर बैठा
Dr MusafiR BaithA
जमाना है
जमाना है
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
सफ़ारी सूट
सफ़ारी सूट
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दरक जाती हैं दीवारें  यकीं ग़र हो न रिश्तों में
दरक जाती हैं दीवारें यकीं ग़र हो न रिश्तों में
Mahendra Narayan
2485.पूर्णिका
2485.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
दिल की हरकते दिल ही जाने,
दिल की हरकते दिल ही जाने,
Lakhan Yadav
■ दिवस विशेष तो विचार भी विशेष।
■ दिवस विशेष तो विचार भी विशेष।
*Author प्रणय प्रभात*
"शब्द"
Dr. Kishan tandon kranti
रातों की सियाही से रंगीन नहीं कर
रातों की सियाही से रंगीन नहीं कर
Shweta Soni
खूबसूरत चेहरे
खूबसूरत चेहरे
Prem Farrukhabadi
सत्य और सत्ता
सत्य और सत्ता
विजय कुमार अग्रवाल
Loading...