हिंदी दिवस – विषय – दवा
हिंदी दिवस – विषय – दवा
मीठे वचनों की दवा , असरदार परिणाम |
अजमाकर #राना कहे , शिकवे मिटे तमाम ||
वैद्य वचन भी है दवा , धीरज के दो बोल |
चढ़े ताप #राना लगें , रोगी को अनमोल ||
प्रात सेव फल खाइये , #राना का संज्ञान |
वैद्य सभी कहते यहाँ , दवा एक यह मान ||
कफ जिसका अंदर जमा , दवा न खोजो आप |
#राना घर में लीजिए , अजवाइन की भाप ||
दही छाछ होती दवा , #राना पीकर देख |
पेट साफ हरदम रहे , सदा ओज को लेख ||
तुलसी दल घर में दवा , बहती नाक जुखाम |
रगड़ों तुम फिर सूँघना, #राना तब आराम ||
***
✍️ -राजीव नामदेव “राना लिधौरी”,टीकमगढ़
संपादक “आकांक्षा” पत्रिका
संपादक- ‘अनुश्रुति’ त्रैमासिक बुंदेली ई पत्रिका
जिलाध्यक्ष म.प्र. लेखक संघ टीकमगढ़
अध्यक्ष वनमाली सृजन केन्द्र टीकमगढ़
नई चर्च के पीछे, शिवनगर कालोनी,
टीकमगढ़ (मप्र)-472001
मोबाइल- 9893520965
Email – ranalidhori@gmail.com