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2 May 2024 · 1 min read

“हासिल”

“हासिल”
रोशनी दीये की छोड़ आँगन में
सूरज की तलाश में निकल पड़े,
वक्त जाया हुआ कीमती
मगर आया हासिल ना कुछ भी।

3 Likes · 3 Comments · 127 Views
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