हार नहीं मान लेना है
हताश नहीं होना है,
निराश नहीं होना है,
यह अंतिम अवसर नहीं,
फिर से प्रयास होना है,
कोई काम कठिन नहीं,
और यह अंतिम दिन नहीं,
संघर्ष की हर राह पर,
हर्ष की हर चाह पर,
आत्मविश्वास जरूरी है,
फिर होता उत्कर्ष अथाह पर,
हार नहीं मान लेना है,
हर पल परीक्षा देना है,
जग में अवसर भरे पड़े है,
राह देखते वो सदा खड़े है,
क्यों फिर हार मान लेते हो,
अपनी ही जिद पर अड़े हो,
सर्दी, गर्मी चाहे हो बरसात,
सूरज न भूले करना प्रभात,
आओ हम यह प्रण करें,
हार से न कभी फिर डरे ,
संघर्ष रहेगा हमारा जारी,
यही भावना मन में अब धरे,
जीवन सुंदर ईश्वर की रचना,
स्वयं न इसको कभी तजना,