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24 May 2018 · 1 min read

हाइकु

हाइकु
——-

रहा जुनून
प्रभु से मिल कर
मिला शुकून

चाँद चमका
रजनी का चेहरा
निखर उठा

कुसुम खिला
माटी और नभ का
प्रणय मिला ।

सावन सूना
प्रिय राह तकतीं
सूजी अखियाँ ।

गरजे मेघा
महक उठी माटी
हर्षित धरा ।

कली अधर
मुहर लगा कर
मस्त भ्रमर ।

□ प्रदीप कुमार दाश “दीपक”
साँकरा, जिला – रायगढ़ (छत्तीसगढ़)
मो.नं. 7828104111

Language: Hindi
346 Views
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