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12 Jul 2023 · 1 min read

हां मैं पागल हूं दोस्तों

जो देखती है वही दिखाती है
ये आंखें मेरी झूठ बताती नहीं
कौनसा सच कहना है कौनसा नहीं
ये होशियारी मुझको आती नहीं

हां मैं पागल हूं दोस्तों
थोड़ा अनाड़ी हूं खिलाड़ी नहीं

ईमानदारी से निभाता हूं रिश्ते
किसी से दगाबाजी करता नहीं
रात को रात और दिन को दिन कहता हूं
कभी किसी से मैं डरता नहीं

हां मैं पागल हूं दोस्तों
थोड़ा अनाड़ी हूं खिलाड़ी नहीं

दरिया हूँ अपना रास्ता ख़ुद बनाता हूँ
कभी हवा के संग मैं बहता नहीं
जैसा हूँ वैसा ही रहता हूँ
गिरगिट की तरह रंग बदलता नहीं

हां मैं पागल हूं दोस्तों
थोड़ा अनाड़ी हूं खिलाड़ी नहीं

किसी ने जो भी कहा सच मान लेता हूँ
अपने दोस्तों पर अविश्वास करता नहीं
दोस्ती करता हूँ तो निभाता हूँ हमेशा
दगा अपने दोस्तों से मैं कभी करता नहीं

हां मैं पागल हूं दोस्तों
थोड़ा अनाड़ी हूं खिलाड़ी नहीं

देखकर दुख दर्द में किसी को
मुझसे तो रहा जाता नहीं
कोशिश करता हूँ मिटाने की उनको
मुझसे चुप रहा जाता नहीं

हां मैं पागल हूं दोस्तों
थोड़ा अनाड़ी हूं खिलाड़ी नहीं

देखता हूँ सपने जो कभी मैं
उन्हें भी अपना मान लेता हूँ
जो आता है ज़िंदगी में मेरी
उसे मैं कभी भुलाता नहीं

हां मैं पागल हूं दोस्तों
थोड़ा अनाड़ी हूं खिलाड़ी नहीं।

8 Likes · 4 Comments · 1403 Views
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