Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Aug 2024 · 1 min read

हसरतें

हसरतें

हसरतें कितनी थीं अधूरी ही रहीं,
ज़िन्दगी खातिर जो जरुरी थी रहीं।
कल‌ पे डाला किये ताउम्र उनको
शाम आ ही गयी हसरतें पूरी न हुई।

डॉ.सरला सिंह “स्निग्धा”
दिल्ली।

1 Like · 74 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बिखरे सपने
बिखरे सपने
Kanchan Khanna
लावनी
लावनी
Dr. Kishan tandon kranti
मुझको तो घर जाना है
मुझको तो घर जाना है
Karuna Goswami
माता पिता के श्री चरणों में बारंबार प्रणाम है
माता पिता के श्री चरणों में बारंबार प्रणाम है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
टूटी हुई उम्मीद की सदाकत बोल देती है.....
टूटी हुई उम्मीद की सदाकत बोल देती है.....
कवि दीपक बवेजा
Life is too short
Life is too short
samar pratap singh
छवि के लिए जन्मदिन की कविता
छवि के लिए जन्मदिन की कविता
पूर्वार्थ
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
सीमजी प्रोडक्शंस की फिल्म ‘राजा सलहेस’ मैथिली सिनेमा की दूसरी सबसे सफल फिल्मों में से एक मानी जा रही है.
श्रीहर्ष आचार्य
बाल कविता: मूंगफली
बाल कविता: मूंगफली
Rajesh Kumar Arjun
दो
दो
*प्रणय*
जिंदगी के और भी तो कई छौर हैं ।
जिंदगी के और भी तो कई छौर हैं ।
Ashwini sharma
गीता मर्मज्ञ श्री दीनानाथ दिनेश जी
गीता मर्मज्ञ श्री दीनानाथ दिनेश जी
Ravi Prakash
एक
एक
हिमांशु Kulshrestha
मेरी एक बार साहेब को मौत के कुएं में मोटरसाइकिल
मेरी एक बार साहेब को मौत के कुएं में मोटरसाइकिल
शेखर सिंह
कहीं वैराग का नशा है, तो कहीं मन को मिलती सजा है,
कहीं वैराग का नशा है, तो कहीं मन को मिलती सजा है,
Manisha Manjari
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
'बेटी बचाओ-बेटी पढाओ'
Bodhisatva kastooriya
ज़िन्दगी को समझते
ज़िन्दगी को समझते
Dr fauzia Naseem shad
रक्तदान पर कुंडलिया
रक्तदान पर कुंडलिया
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
4104.💐 *पूर्णिका* 💐
4104.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
कर्म
कर्म
इंजी. संजय श्रीवास्तव
अब मैं बस रुकना चाहता हूं।
अब मैं बस रुकना चाहता हूं।
PRATIK JANGID
हार से डरता क्यों हैं।
हार से डरता क्यों हैं।
Yogi Yogendra Sharma : Motivational Speaker
*लू के भभूत*
*लू के भभूत*
Santosh kumar Miri
सारथी
सारथी
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
मुस्कुराना एक कला हैं
मुस्कुराना एक कला हैं
Rituraj shivem verma
कहना तुम ख़ुद से कि तुमसे बेहतर यहां तुम्हें कोई नहीं जानता,
कहना तुम ख़ुद से कि तुमसे बेहतर यहां तुम्हें कोई नहीं जानता,
Rekha khichi
*कृष्ण की दीवानी*
*कृष्ण की दीवानी*
Shashi kala vyas
लगे मुझको वो प्यारा जानता है
लगे मुझको वो प्यारा जानता है
Jyoti Shrivastava(ज्योटी श्रीवास्तव)
तारो की चमक ही चाँद की खूबसूरती बढ़ाती है,
तारो की चमक ही चाँद की खूबसूरती बढ़ाती है,
Ranjeet kumar patre
रतन महान , एक श्रद्धांजलि
रतन महान , एक श्रद्धांजलि
मधुसूदन गौतम
Loading...