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9 May 2021 · 1 min read

हवा सा बहता हूं

हवा सा बहता हूं
ख्वाब है हकीकत मेरा
मेरी आंखो में पानी है समंदर से गहरा
कैसे समझोगी तुम दर्द मेरा

ना आता है रोना ना
ना दिखना है बोना
जरूरी है परिवार के चेहरे पर खुशी होना
कैसे समझोगी तुम दर्द मेरा

मिलो दूर का सफर कदमों से तय करना
शौक नहीं खुद की जरूरतों को पूरी करना
मैं अपने परिवार का हूं चिराग
बहुत खास है मेरी जिंदगी का होना
कैसे समझोगी तुम दर्द मेरा

मुझे याद हैं उन दिनों के कुछ नजारे
मां की फटी एड़िया पिता के हाथ के छाले
दोनों ने मिलकर ख्वाब सिर्फ इतने ही पाले
मेरा बच्चा नाराजगी मैं नहीं खुशियों में होश संभाले
माता-पिता के अलावा ना है कोई मेरा
उनकी देखरेख करना कर्ज नहीं फर्ज है मेरा
कैसे समझोगी तुम दर्द मेरा

Language: Hindi
1 Like · 236 Views
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