**हलचल मच गई दिल में मेरे**
काम से निकला घर से अपने,
नैना तुमसे टकराए।
हलचल मच गई दिल में मेरे,
कुछ समझ में ना आए।।
करने जो मैं चला था घर से,
काम सारे वो बिसराए।।
देख के मुझको तुम भी तो ,हल्की सी मुसुकाई थी।
वही हंसी तो कर गई घायल, दिल को मेरे भाई थी।।
पहला परिचय नैनो का था।
मुलाकात अब आगे बढ़ी।
अगले दिन भी निकला था मै,
मिल गई मुझको वही खड़ी।।
फिर तो चल कर हम दोनों ही,
नजदीक चले ही थे आए।
हलचल मच गई दिल में मेरे।
कुछ समझ में न आए ।।
नाम पता जाना दोनों ने,
मिलन रोज अब होने लगा ।
दुनिया कहती प्यार जिसे है,
दिल एक दूजे में खोने लगा।।
अनुनय तब से अब तक हम तो,
उसी राह पर बढ़ते आए।
हलचल मच गई दिल में मेरे,
कुछ समझ में ना आए।।
राजेश व्यास अनुनय