“””हर कोशिश नाकाम रही”””
इरादा तो था कि तेरे ही साथ,
जीवन का हर पल बिताए।
दुख सुख दोनों का ही,
मिल बांट कर सह जाएं।।
हर कोशिश नाकाम रही,
समझे नहीं मै या आप सही।
अपने अपने पथ अपनाएं।।
पल हर पल गुजरते रहे,
दोनों ही हम चलते रहे।
निकल आए हम इतने आगे,
अब शायद ही मिल पाए।।
जी लेना अपनी जिंदगी,
हंसी और खुशी से तुम।
याद आए कभी हमारी,
मान लेना हम गए हैं गुम।
हुआ हमारे साथ भी ऐसा,
हम भी खुद को समझाएं।।
राजेश व्यास अनुनय