Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
16 Mar 2021 · 1 min read

मत्तगयन्द सवैया

विधा- मत्तगयन्द सवैया छंद (वर्णिक)
शिल्प विधान- 7 भगण+गुरु गुरु
मापनी- 211 211 211 211 211 211 211 22
उक्त छंद में एक गुरु के स्थान पर दो लघु की छूट नहीं होती है |

हे अपराजित अच्युत हे अचला अनया अजया अघहारी।
श्री हरि विष्णु महेंद्र मनोहर पुण्य प्रजापति हे त्रिपुरारी।
हे दुखनाशक हे सुखदायक हे प्रति पालक मंगलकारी।
भाल विशाल कपोल मनोहर सुंदर शंख सुदर्शन धारी।

हे मुरलीधर मोहन हे मधुसूदन माधव हे गिरिधारी।
हे कमला पति केशव कोमल हे करुणा कर कृष्ण मुरारी।
सत्य सनातन,शंतह,श्याम सुमेध सुरेशम हे बनवारी।
हे जगदीश दयालु दयानिधि हे जगपालक कुंज बिहारी।

-लक्ष्मी सिंह
नई दिल्ली

2 Likes · 5 Comments · 656 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from लक्ष्मी सिंह
View all
You may also like:
कैसा क़हर है क़ुदरत
कैसा क़हर है क़ुदरत
Atul "Krishn"
नाम उल्फत में तेरे जिंदगी कर जाएंगे।
नाम उल्फत में तेरे जिंदगी कर जाएंगे।
Phool gufran
अंधेर नगरी-चौपट राजा
अंधेर नगरी-चौपट राजा
Shekhar Chandra Mitra
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
इस तरह बदल गया मेरा विचार
इस तरह बदल गया मेरा विचार
gurudeenverma198
भारती-विश्व-भारती
भारती-विश्व-भारती
Jeewan Singh 'जीवनसवारो'
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
कोई काम हो तो बताना,पर जरूरत पर बहाना
पूर्वार्थ
अवधी गीत
अवधी गीत
प्रीतम श्रावस्तवी
बदलते चेहरे हैं
बदलते चेहरे हैं
Dr fauzia Naseem shad
"रात का मिलन"
Ekta chitrangini
!! पुलिस अर्थात रक्षक !!
!! पुलिस अर्थात रक्षक !!
Akash Yadav
चौबीस घन्टे साथ में
चौबीस घन्टे साथ में
Satish Srijan
सीधी मुतधार में सुधार
सीधी मुतधार में सुधार
मानक लाल मनु
उगाएँ प्रेम की फसलें, बढ़ाएँ खूब फुलवारी।
उगाएँ प्रेम की फसलें, बढ़ाएँ खूब फुलवारी।
डॉ.सीमा अग्रवाल
पतझड़ से बसंत तक
पतझड़ से बसंत तक
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मन की पीड़ाओं का साथ निभाए कौन
मन की पीड़ाओं का साथ निभाए कौन
Shweta Soni
मैं और तुम-कविता
मैं और तुम-कविता
Shyam Pandey
वीरगति
वीरगति
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
In adverse circumstances, neither the behavior nor the festi
In adverse circumstances, neither the behavior nor the festi
सिद्धार्थ गोरखपुरी
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हनुमान बनना चाहूॅंगा
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
रिश्तों का गणित
रिश्तों का गणित
Madhavi Srivastava
*चली राम बारात : कुछ दोहे*
*चली राम बारात : कुछ दोहे*
Ravi Prakash
Friendship Day
Friendship Day
Tushar Jagawat
#दोहा
#दोहा
*Author प्रणय प्रभात*
" शिक्षा "
Dr. Kishan tandon kranti
* करते कपट फरेब *
* करते कपट फरेब *
surenderpal vaidya
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
लोगो को उनको बाते ज्यादा अच्छी लगती है जो लोग उनके मन और रुच
लोगो को उनको बाते ज्यादा अच्छी लगती है जो लोग उनके मन और रुच
Rj Anand Prajapati
करवाचौथ
करवाचौथ
Neeraj Agarwal
कर दिया समर्पण सब कुछ तुम्हे प्रिय
कर दिया समर्पण सब कुछ तुम्हे प्रिय
Ram Krishan Rastogi
Loading...