Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 Aug 2023 · 1 min read

हर एक नागरिक को अपना, सर्वश्रेष्ठ देना होगा

हर एक एक नागरिक को अपना, सर्वश्रेष्ठ देना होगा
सीमा और घर की चुनौतियां, मिलकर सभी मिटाना होगा
सीमाओं पर ताकत से, डटकर मुकाबला करना होगा
हर एक नागरिक को अपना,दिल से कर्तव्य निभाना होगा
प्रेम शांति और अमन का, भारत बर्ष बनाना होगा
धर्म और जातीय हिंसा को,हर हाल में हमें मिटाना होगा
हर एक भारतवासी को,माटी का कर्ज चुकाना होगा
जाति धर्म से पहले हमको, राष्ट्र का फर्ज निभाना होगा
विध्वंसक और राष्ट्र विरोधी, तत्वों को हमें भगाना होगा
राष्ट्रीय एकता और अखंडता,अभेद हमें बनाना होगा
जाति मजहब संप्रदायों से ऊपर,देश हमें रखना होगा
विघटन कारी मंसूबों को, ध्वस्त हमें करना होगा
नहीं देश कोई भारत जैसा, सभी को मिलकर कहना होगा
देश के ऊपर मर मिटने को, तैयार सभी को रहना होगा
अखंड रहे मेरा भारत,गर्व से सबको कहना होगा
न हिन्दू न मुसलमान, भारतीय सभी को कहना होगा
धर्म और जातीय द्वेष से,दूर सभी को रहना होगा
अमृत काल बर्ष विदाई में, अमृत प्रण लेना होगा
अमर रहे तिरंगा प्यारा, सतर्क सचेत रहना होगा
स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक शुभकामनाओं के साथ
जय हिन्द
सुरेश कुमार चतुर्वेदी

Language: Hindi
1 Like · 173 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from सुरेश कुमार चतुर्वेदी
View all
You may also like:
अद्वितीय प्रकृति
अद्वितीय प्रकृति
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
जो  लिखा  है  वही  मिलेगा  हमें ,
जो लिखा है वही मिलेगा हमें ,
Dr fauzia Naseem shad
*वाह-वाह क्या बात ! (कुंडलिया)*
*वाह-वाह क्या बात ! (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
किसी सिरहाने में सिमट जाएगी यादें तेरी,
किसी सिरहाने में सिमट जाएगी यादें तेरी,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
* प्रभु राम के *
* प्रभु राम के *
surenderpal vaidya
"उम्र"
Dr. Kishan tandon kranti
मन का द्वंद  कहां तक टालू
मन का द्वंद कहां तक टालू
Shubham Pandey (S P)
*जीवन में हँसते-हँसते चले गए*
*जीवन में हँसते-हँसते चले गए*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
तुम नहीं!
तुम नहीं!
Anu Kumari Singh
मै पूर्ण विवेक से कह सकता हूँ
मै पूर्ण विवेक से कह सकता हूँ
शेखर सिंह
" ठिठक गए पल "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
भरम
भरम
Shyam Sundar Subramanian
हरीतिमा हरियाली
हरीतिमा हरियाली
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
शेर
शेर
*प्रणय*
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
अमर शहीद स्वामी श्रद्धानंद
कवि रमेशराज
घर एक मंदिर🌷
घर एक मंदिर🌷
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
अंतिम सत्य
अंतिम सत्य
विजय कुमार अग्रवाल
उससे तू ना कर, बात ऐसी कभी अब
उससे तू ना कर, बात ऐसी कभी अब
gurudeenverma198
झूठ का आवरण ओढ़, तुम वरण किसी का कर लो, या रावण सा तप बल से
झूठ का आवरण ओढ़, तुम वरण किसी का कर लो, या रावण सा तप बल से
Sanjay ' शून्य'
अजीब मानसिक दौर है
अजीब मानसिक दौर है
पूर्वार्थ
संवेदनाएं
संवेदनाएं
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
लोकतंत्र बस चीख रहा है
लोकतंत्र बस चीख रहा है
अनिल कुमार निश्छल
तलबगार दोस्ती का (कविता)
तलबगार दोस्ती का (कविता)
Monika Yadav (Rachina)
मेरी कलम से...
मेरी कलम से...
Anand Kumar
पिता
पिता
Dr.Priya Soni Khare
Irritable Bowel Syndrome
Irritable Bowel Syndrome
Tushar Jagawat
ग़ज़ल __
ग़ज़ल __ "है हकीकत देखने में , वो बहुत नादान है,"
Neelofar Khan
आज हम ऐसे मोड़ पे खड़े हैं...
आज हम ऐसे मोड़ पे खड़े हैं...
Ajit Kumar "Karn"
लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
लग रहा है बिछा है सूरज... यूँ
Shweta Soni
छोटे दिल वाली दुनिया
छोटे दिल वाली दुनिया
ओनिका सेतिया 'अनु '
Loading...