Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2024 · 1 min read

हर एकपल तेरी दया से माँ

हर एकपल तेरी दया से माँ, मेरी जीवन की सदा चलती है।
कोई तेरे सिवा ना दुनियाँ में, मेरी आशा तुम्हीं पे रहती है।।

तेरे दर तो हर खुशी मैया, मुझे वो हर खुशी तू दे मैया
तू ममतामई भवानी है, जग जननी, जग कल्याणी है
अपनी दृष्टी दया की मुझपे माँ, बस रखना ये मेरी विनती है।
हर एकपल तेरी दया से माँ, मेरी जीवन की सदा चलती है।।

मेरी झोली माँ देख खाली है, भरती झोली तू शेरावाली है
जाए ना लौट के कोई खाली, तेरे दर से ओ माँ ज्योतावाली
तूही दुनियाँ में एक सहारा माँ, नाव भव से तू पार करती है।
हर एकपल तेरी दया से माँ, मेरी जीवन की सदा चलती है।।

✍️ बसंत भगवान राय
(धुन: कितनी चाहत छुपा के बैठा हु)

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 146 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Basant Bhagawan Roy
View all
You may also like:
आजमाइश
आजमाइश
AJAY AMITABH SUMAN
कविता -
कविता - "बारिश में नहाते हैं।' आनंद शर्मा
Anand Sharma
विष को अमृत बनाओगे
विष को अमृत बनाओगे
Sonam Puneet Dubey
स्नेहिल प्रेम अनुराग
स्नेहिल प्रेम अनुराग
Seema gupta,Alwar
देखो ! यह बेशुमार कामयाबी पाकर,
देखो ! यह बेशुमार कामयाबी पाकर,
ओनिका सेतिया 'अनु '
प्यारा सा गांव
प्यारा सा गांव
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
तुम्हारे अंदर भी कई गुण होंगे,
तुम्हारे अंदर भी कई गुण होंगे,
Ajit Kumar "Karn"
कूड़े के ढेर में
कूड़े के ढेर में
Dr fauzia Naseem shad
मेघाें को भी प्रतीक्षा रहती है सावन की।
मेघाें को भी प्रतीक्षा रहती है सावन की।
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
सिर्फ कह के नही कर के दिखाना है मुझको
सिर्फ कह के नही कर के दिखाना है मुझको
Harinarayan Tanha
Dr Arun Kumar shastri
Dr Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
तेरे बिन घर जैसे एक मकां बन जाता है
तेरे बिन घर जैसे एक मकां बन जाता है
Bhupendra Rawat
2786. *पूर्णिका*
2786. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
जिन्दगी की किताब में
जिन्दगी की किताब में
Mangilal 713
ଜାମ୍ୱାଇ
ଜାମ୍ୱାଇ
Otteri Selvakumar
आप और हम जीवन के सच... मांँ और पत्नी
आप और हम जीवन के सच... मांँ और पत्नी
Neeraj Agarwal
अरे सुन जिंदगी ले जाएगी कहाँ
अरे सुन जिंदगी ले जाएगी कहाँ
VINOD CHAUHAN
मेरी मंज़िल क्या है,
मेरी मंज़िल क्या है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
*मनुज ले राम का शुभ नाम, भवसागर से तरते हैं (मुक्तक)*
*मनुज ले राम का शुभ नाम, भवसागर से तरते हैं (मुक्तक)*
Ravi Prakash
संयम रख ऐ जिंदगी, बिखर सी गई हू |
संयम रख ऐ जिंदगी, बिखर सी गई हू |
Sakshi Singh
Phoolon ki bahar hoti hai jab tu mere sath hoti hai,
Phoolon ki bahar hoti hai jab tu mere sath hoti hai,
Rishabh Mishra
*यह  ज़िंदगी  नही सरल है*
*यह ज़िंदगी नही सरल है*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
बातों में बनावट तो कही आचरण में मिलावट है
बातों में बनावट तो कही आचरण में मिलावट है
पूर्वार्थ
" सुप्रभात "
Yogendra Chaturwedi
गुरूर  ना  करो  ऐ  साहिब
गुरूर ना करो ऐ साहिब
Neelofar Khan
"हॉकी के जादूगर"
Dr. Kishan tandon kranti
योग्यता व लक्ष्य रखने वालों के लिए अवसरों व आजीविका की कोई क
योग्यता व लक्ष्य रखने वालों के लिए अवसरों व आजीविका की कोई क
*प्रणय*
राना लिधौरी के हिंदी दोहे -प्रेम
राना लिधौरी के हिंदी दोहे -प्रेम
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
गणतंत्र दिवस
गणतंत्र दिवस
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मेरा देश महान
मेरा देश महान
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Loading...