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22 Mar 2024 · 1 min read

हरी उम्र की हार / मुसाफ़िर बैठा

एक हरा पत्ता
जो जबरन या जानबूझकर या धोखे से
झाड़ दिया गया

स्वाभाविकता खोकर
अकाल कवलित हो
झड़ने की उम्र जैसे
नाहक ही पा गया

पत्ते के पीले पड़ने की गति पाकर
अपनी हरी उम्र वह
असमय ही हार गया।

Language: Hindi
22 Views
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