हम 100 कलाम हैं
स्वाधीनता के नव विचारों का नया पैगाम है
भारत के हम रंगीन सपने, हम ‘100 कलाम’ हैं l
1) हम नव विचारों की धरा, हममें खिले नित नव कमल,
प्रण जो करें संकल्प से, वह वास्तविकता में अटल,
ले ज्ञान कर सम्मान सबका, चल रहे निज राह पर,
नव भूमि प्रांगण में बने, कल के नए आयाम हैं,
भारत के हम रंगीन सपने, हम ‘100 कलाम’ हैं l
2) हम नव विचारों के धनी, हम पर ना आधिपत्य हैं,
किसी झूठ की शंका नहीं, हममें भरा बस सत्य है,
कर्तव्यनिष्ठ, कर्तव्य का पालन करें हम धर्म सा,
मर्यादा के पालक है हम, जैसे स्वयं श्री राम है,
भारत के हम रंगीन सपने, हम ‘100 कलाम’ हैं l
3) हम सर्वमुखी प्रतिभा धनी, कर्तव्य का पालन करें,
हम शांत, शील, प्रवाहमय, वाणी में कोमलता धरें,
अधिकार से पहले करें कर्तव्य का पालन सदा,
उत्कृष्ट भूमि में बने कल के नये परिणाम हैं,
भारत के हम रंगीन सपने, हम ‘100 कलाम’ हैं l
4) प्राचार्य की आशाओं का हम एक नवल सा रूप हैं,
जो हैं किये बलिदान उनका एकमेव स्वरुप हैं,
उत्साह ले, करते परिश्रम, प्रगति पथ पर बढ़ रहे,
पथ की तरफ है जोश, पर जीवन में ना आराम है,
भारत के हम रंगीन सपने, हम ‘100 कलाम’ हैं l
5) विद्यालय का गौरव हैं हम, ये शिक्षकों की देन है,
एकाग्रचित रहते सदा, बस लक्ष्य पर ही नैन हैं,
अब पूर्ण परिश्रम से बढ़ेंगे प्रगति पथ की ओर हम,
ये लेते हैं संकल्प और साक्षी सकल आवाम है,
भारत के हम रंगीन सपने, हम ‘100 कलाम’ हैं l
6) ऐसे करेंगे काम हम, हो नाम शाला का बड़ा,
हो राहें कितनी भी कठिन, पाओ सदा हर एक खड़ा,
मन में भरा उत्साह, चेहरे पर चमकता तेज है,
भारत ने खोया एक है, पाये नये 100 नाम हैं,
भारत के हम रंगीन सपने, हम ‘100 कलाम’ हैं l
:- राजकुमार “प्रेमी”
जय हिन्द-जय भारत