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18 May 2024 · 1 min read

हम साथ- साथ हैं

१४)

” हम साथ-साथ हैं ”

उम्र के इस पड़ाव पर
हम-तुम अब भी साथ हैं
रहेंगे साथ सदा हीजबतक
हाथों में तेरा हाथ है।
आ , तू थक गई है
गोदी में मेरी सिर रख ले
जिंदगी भर किया है तूने
आ, थोड़ा सा आराम कर ले।
छोड़ेंगे न साथ कभी
आओ, ये वादा करते हैं
हर लम्हा प्यार से गुज़रे
चाहे फर्श पर बसर करते हैं।

स्वरचित और मौलिक
उषा गुप्ता, इंदौर

1 Like · 44 Views
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