Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Sep 2023 · 1 min read

हम थक हार कर बैठते नहीं ज़माने में।

हम थक हार कर बैठते नहीं ज़माने में।
कसर ना छोड़ी लोगों ने हमें आज़माने में ।
अपनी किस्मत के सहारे आज भी हम जिंदा है।
ऐसा कोई शख्स नहीं जो डरा सके ज़माने में।।
Phool gufran

1 Like · 186 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
"रंग"
Dr. Kishan tandon kranti
मास्टर जी: एक अनकही प्रेमकथा (प्रतिनिधि कहानी)
मास्टर जी: एक अनकही प्रेमकथा (प्रतिनिधि कहानी)
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
संवेदनहीनता
संवेदनहीनता
संजीव शुक्ल 'सचिन'
व्याकुल तू प्रिये
व्याकुल तू प्रिये
Dr.Pratibha Prakash
होली...
होली...
Aadarsh Dubey
अजनवी
अजनवी
Satish Srijan
ये आँखों से बहते अश्क़
ये आँखों से बहते अश्क़
'अशांत' शेखर
Ye sham adhuri lagti hai
Ye sham adhuri lagti hai
Sakshi Tripathi
जीवन -जीवन होता है
जीवन -जीवन होता है
Dr fauzia Naseem shad
मैंने  देखा  ख्वाब में  दूर  से  एक  चांद  निकलता  हुआ
मैंने देखा ख्वाब में दूर से एक चांद निकलता हुआ
shabina. Naaz
कोई शिकवा है हमसे
कोई शिकवा है हमसे
कवि दीपक बवेजा
खुशियां
खुशियां
N manglam
बेटी एक स्वर्ग परी सी
बेटी एक स्वर्ग परी सी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
सखी री आया फागुन मास
सखी री आया फागुन मास
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
‌एक सच्ची बात जो हर कोई जनता है लेकिन........
‌एक सच्ची बात जो हर कोई जनता है लेकिन........
Rituraj shivem verma
भारी संकट नीर का, जग में दिखता आज ।
भारी संकट नीर का, जग में दिखता आज ।
Mahendra Narayan
Be happy with the little that you have, there are people wit
Be happy with the little that you have, there are people wit
पूर्वार्थ
2785. *पूर्णिका*
2785. *पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आ जाओ
आ जाओ
हिमांशु Kulshrestha
तेरी यादें
तेरी यादें
Neeraj Agarwal
एक शेर
एक शेर
Ravi Prakash
कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क,
कौन करता है आजकल जज्बाती इश्क,
डी. के. निवातिया
कछुआ और खरगोश
कछुआ और खरगोश
Dr. Pradeep Kumar Sharma
दिल की बात
दिल की बात
Bodhisatva kastooriya
..........लहजा........
..........लहजा........
Naushaba Suriya
My Expressions
My Expressions
Shyam Sundar Subramanian
फितरत
फितरत
Srishty Bansal
■ सबसे ज़रूरी।
■ सबसे ज़रूरी।
*Author प्रणय प्रभात*
जिंदगी
जिंदगी
लक्ष्मी सिंह
परखा बहुत गया मुझको
परखा बहुत गया मुझको
शेखर सिंह
Loading...