जिंदगी कि सच्चाई
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
अहंकार अभिमान रसातल की, हैं पहली सीढ़ी l
Shyamsingh Lodhi Rajput "Tejpuriya"
दिल को दिल से खुशी होती है
खुश्क आँखों पे क्यूँ यकीं होता नहीं
आज़ादी की जंग में कूदी नारीशक्ति
*चले आओ खुली बाँहें बुलाती हैँ*
इससे सुंदर कोई नही लिख सकता 👌👌 मन की बात 👍बहुत सुंदर लिखा है
बेशक मैं उसका और मेरा वो कर्जदार था
श्री राम का भ्रातृत्व प्रेम
मेरी हथेली पर, तुम्हारी उंगलियों के दस्तख़त
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"राह अनेक, पै मँजिल एक"
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
प्रेम और घृणा से ऊपर उठने के लिए जागृत दिशा होना अनिवार्य है
मेहनत कर तू फल होगा
Anamika Tiwari 'annpurna '