Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 1 min read

हम तो कवि है

हम तो कवि है

ये बारिश का पानी
ये नदिया सुहानी
हरी सब है झाड़ी
भरी है पहाड़ी
झर-झर रे झरना
धरती का गहना
पंछी है उड़ते
गाते है गीत
हो न भला कैसे
इस जग से प्रीत।

जब हिम से भरी
पहाड़ी है रहती
सूरज की किरणें
प्यारी तब लगती
कुछ जंतु वन में
विचरण है करते
जीवन कशिश में
लगे है वो रहते
ये पावन धरा है
इस जैसा न दूजा
करते तभी तो
हम इसकी पूजा।

मधुर सी आवाजें
कोयल निकाले
बदरा जब छाए
मयूर नृत्य दिखाए
सब शीतल हो जाए
रात पूनम की आए
कुछ फूल प्यारे
मुस्कुरा रहे है
भँवरे भी कुछ गीत
गुनगुना रहे है
मौसम है सुहाना
पेड़ लहरा रहे है
हम तो कवि है
लिखे जा रहे है
लिखे जा रहे है……..

नन्दलाल सुथार”राही”
रामगढ़,जैसलमेर(राजस्थान)

1 Like · 325 Views
Books from नन्दलाल सुथार "राही"
View all

You may also like these posts

विषय-आज उम्मीदों का दीप जलाएं।
विषय-आज उम्मीदों का दीप जलाएं।
Priya princess panwar
क्यों नहीं आती नींद.
क्यों नहीं आती नींद.
Heera S
मंदिर नहीं, अस्पताल चाहिए
मंदिर नहीं, अस्पताल चाहिए
Shekhar Chandra Mitra
4716.*पूर्णिका*
4716.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
शीर्षक -एक उम्मीद आशा की
शीर्षक -एक उम्मीद आशा की
Sushma Singh
प्यार का उत्साह
प्यार का उत्साह
Rambali Mishra
Sex is not love, going on a date is not love
Sex is not love, going on a date is not love
पूर्वार्थ
चलो अब लौटें अपने गाँव
चलो अब लौटें अपने गाँव
श्रीकृष्ण शुक्ल
#बस, #एक दिवस मेरी माँ का
#बस, #एक दिवस मेरी माँ का
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
उत्तराखंड के बाद अब दहकने लगे दुनियां के फेफड़े
उत्तराखंड के बाद अब दहकने लगे दुनियां के फेफड़े
Rakshita Bora
चिरयइन की चहक, मिट्टी की महक
चिरयइन की चहक, मिट्टी की महक
Vibha Jain
कहाँ गइलू पँखिया पसार ये चिरई
कहाँ गइलू पँखिया पसार ये चिरई
आकाश महेशपुरी
रतन टाटा जी की बात थी खास
रतन टाटा जी की बात थी खास
Buddha Prakash
गोपियों का विरह– प्रेम गीत।
गोपियों का विरह– प्रेम गीत।
Abhishek Soni
विराट सौंदर्य
विराट सौंदर्य
डॉ राजेंद्र सिंह स्वच्छंद
दिखावटी लिबास है
दिखावटी लिबास है
Dr Archana Gupta
रास्तों में फिर वही,
रास्तों में फिर वही,
Vishal Prajapati
प्रेरणा गीत
प्रेरणा गीत
संतोष बरमैया जय
उस पद की चाहत ही क्या,
उस पद की चाहत ही क्या,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर।
वन में नाचे मोर सखी री वन में नाचे मोर।
अनुराग दीक्षित
"महापाप"
Dr. Kishan tandon kranti
रिपोस्ट....
रिपोस्ट....
sheema anmol
सारी रोशनी को अपना बना कर बैठ गए
सारी रोशनी को अपना बना कर बैठ गए
डॉ. दीपक बवेजा
मीठी बोली
मीठी बोली
D.N. Jha
Where is God
Where is God
VINOD CHAUHAN
जो लड़की किस्मत में नहीं होती
जो लड़की किस्मत में नहीं होती
Gaurav Bhatia
आओ जमीन की बातें कर लें।
आओ जमीन की बातें कर लें।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
!! दर्द भरी ख़बरें !!
!! दर्द भरी ख़बरें !!
Chunnu Lal Gupta
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
कितना भी कह लूं, कहने को कुछ न कुछ रह ही जाता है
कितना भी कह लूं, कहने को कुछ न कुछ रह ही जाता है
Shikha Mishra
Loading...