हम उनकी भोली सूरत पर फिदा थे,
हम उनकी भोली सूरत पर फिदा थे,
क्या वो खुदा थे।
इतनी शिद्दत की उन्हें खुश रखने में,
पर वो हमसे जुदा थे।
सांवरे तुझसे दिल्लगी करते,
तुम दोस्त मेरे सदा थे।
श्याम सांवरा…..
हम उनकी भोली सूरत पर फिदा थे,
क्या वो खुदा थे।
इतनी शिद्दत की उन्हें खुश रखने में,
पर वो हमसे जुदा थे।
सांवरे तुझसे दिल्लगी करते,
तुम दोस्त मेरे सदा थे।
श्याम सांवरा…..