हमसे ना होगा !
हमसे ना होगा !
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इस तरह सहन करना
हमसे ना होगा ।
अनैतिकता का वहन करना
हमसे ना होगा ।।
दर-दर भटकना
हमसे ना होगा ।
पर जमके ज़हर पीना
भी हमसे ना होगा ।।
मूकदर्शक बने रहना
हमसे ना होगा ।
सम्मान गॅंवाकर भी
एकाग्रचित्त बने रहना
हमसे ना होगा ।।
सांसें रोके रहना
हमसे ना होगा ।
इर्द – गिर्द की
परिस्थितियों का
अवलोकन न करना
हमसे ना होगा ।।
मिल – जुलकर न रहना
हमसे ना होगा ।
पर भीड़ का शिकार होना
भी हमसे ना होगा ।।
कोई बेईमानी करना
हमसे ना होगा ।
पर बेईमानी होते देखना
भी हमसे ना होगा ।।
किसी को ज़ुदा करना
हमसे ना होगा ।
पर किसी से ज़ुदा होना
भी हमसे ना होगा ।।
अपारदर्शिता को सहना
हमसे ना होगा ।
पर पारदर्शिता की पहल
हमसे ही होगा ।
सदा हमसे ही होगा ।।
स्वरचित एवं मौलिक ।
अजित कुमार “कर्ण”
किशनगंज ( बिहार )
दिनांक : २२/०६/२०२१.
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