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29 Jun 2024 · 1 min read

“हँसते ज़ख्म”

“हँसते ज़ख्म”
हँसते हुए जख्मों को भुलाने लगे हैं,
हर दर्द के निशान हम मिटाने लगे हैं।

3 Likes · 2 Comments · 17 Views
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