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28 Apr 2024 · 1 min read

जंजीर

जंजीर

जहाँ आदम की जात और बाते हों पीर की।
प्यादे की चाल और बातें वजीर की।
खेत हो किसानों के गेहूं अमीर की।
अमन के नाम पर बातें हो तीर की।
देख कहीं तो क्या हिंद आ गये है हम?
कि चीखती पुकार पर बाते जंजीर की।

अजय अमिताभ सुमन

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