*स्वार्थी दुनिया *
गैर के सामने रोने से कुछ नहीं होगा ।
गुजर जायेंगे वो सामने से ऐसे ही ।।
तेरा मज़ाक उड़ाएंगे पीठ पीछे तेरी।
ये दुनियां ऐसे गिरे लोगों का बसेरा है।।
वो जिससे,तू अच्छा समझ के बताता है दुख ।
वो लोग आज की दुनिया में बहुत थोड़े हैं।।
अगर मिल जाएं तुझे तो है तेरी किस्मत ऊंची।
तूने कंकड़ के ढेर से हीरा खोजा है ।।
✍️ प्रियंक उपाध्याय