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21 Feb 2018 · 1 min read

स्वर कहां से लाऊं

स्वर कहां से लाऊं….

आगत स्वर, आहत स्वर
तुम प्राण प्रिये, मैं नश्वर
शांति मन की यही वेदना
संताप स्वरों की संवेदना।

स्वर-स्वर में निशब्द यहां
स्वर-स्वर अभिशप्त यहां
जीवन के इस रंगमंच पर
गूंजन गायन तृप्त कहां।।

Language: Hindi
266 Views
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