Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Dec 2018 · 1 min read

**** सोच माँ कितना रोई है ?

बेटी की चीखों को इंकलाब बनाना है
????????????????
आगरा बेटी काण्ड पर कवि का आक्रोश
????????
निरवंशों का राज देश पर, दर्द क्या जानें बच्चों का!
दहशत में है बेटा . बेटी, शासन गुंडे लूच्चो का !!

कौन करेगा रक्षा इनकी बोलो ए.भाषण वालो!
यही है अच्छे दिन जनता के, एक बार फिर तुम बोलो!!

बेटी बचाओ की बातें सारी, झूठी बेबुनयादी है!
खून से लथपथ लगती है,जो पहनी तुमनें खादी है!!

पूछो जाकर घर वालों से, जिन्होने बेटी खोई है!
कितनी चीखी होगी बेटी, सोच माँ कितना रोई है!!

पूछो उस बाप से जाकर, जिसने सपनों को पाला था!
एक बार आँखों में झांकों , खून में कितना उबाला था!!

तुम क्या जानों , बच्चे ,बच्ची तुम तो भाषण वाले हो!
झूठे हो तुम ना इंसाफी,दहशत पालनें वाले हो!!

बेटी बचाओ का नारा, बेटी जलाओ पर अटका है!
अबकी बार इस झूठ का तुमको , लगनें वाला झटका है!!
******
प्रदेश अध्यक्ष
कलमकार संघ (M.S.P.)
******
मंडल प्रभारी … मेरठ
आगमन साहित्य संस्था
बैखोफ शायर/गीतकार/लेखक
डाँ. नरेश कुमार “सागर”
9897907490
****”*
हिम्मत है तो इतना शेयर करो जो सरकार जालिमों को सलाखों तक नही फाँसी तक ले जाये!

Language: Hindi
1 Like · 521 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बेरंग दुनिया में
बेरंग दुनिया में
पूर्वार्थ
कुडा/ करकट का संदेश
कुडा/ करकट का संदेश
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
दोस्ती...
दोस्ती...
Srishty Bansal
खेत का सांड
खेत का सांड
आनन्द मिश्र
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
ਐਵੇਂ ਆਸ ਲਗਾਈ ਬੈਠੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
*चाँद कुछ कहना है आज * ( 17 of 25 )
*चाँद कुछ कहना है आज * ( 17 of 25 )
Kshma Urmila
देखिए बिना करवाचौथ के
देखिए बिना करवाचौथ के
शेखर सिंह
कल देखते ही फेरकर नजरें निकल गए।
कल देखते ही फेरकर नजरें निकल गए।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
पाँव
पाँव
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
आत्मा शरीर और मन
आत्मा शरीर और मन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
*ऐसा स्वदेश है मेरा*
*ऐसा स्वदेश है मेरा*
Harminder Kaur
3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3301.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
*जितना आसान है*
*जितना आसान है*
नेताम आर सी
चलते-चलते...
चलते-चलते...
डॉ.सीमा अग्रवाल
आता एक बार फिर से तो
आता एक बार फिर से तो
Dr Manju Saini
सन् 19, 20, 21
सन् 19, 20, 21
Sandeep Pande
- अब नहीं!!
- अब नहीं!!
Seema gupta,Alwar
दो घूंट
दो घूंट
संजय कुमार संजू
वो ख़्वाहिशें जो सदियों तक, ज़हन में पलती हैं, अब शब्द बनकर, बस पन्नों पर बिखरा करती हैं।
वो ख़्वाहिशें जो सदियों तक, ज़हन में पलती हैं, अब शब्द बनकर, बस पन्नों पर बिखरा करती हैं।
Manisha Manjari
********* बुद्धि  शुद्धि  के दोहे *********
********* बुद्धि शुद्धि के दोहे *********
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
*लफ्ज*
*लफ्ज*
Kumar Vikrant
कुछ राज, राज रहने दो राज़दार।
कुछ राज, राज रहने दो राज़दार।
डॉ० रोहित कौशिक
"कब तक छुपाहूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
जहाँ करुणा दया प्रेम
जहाँ करुणा दया प्रेम
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
देखना हमको
देखना हमको
Dr fauzia Naseem shad
राखी रे दिन आज मूं , मांगू यही मारा बीरा
राखी रे दिन आज मूं , मांगू यही मारा बीरा
gurudeenverma198
नजर  नहीं  आता  रास्ता
नजर नहीं आता रास्ता
Nanki Patre
*जिंदगी में साथ जब तक, प्रिय तुम्हारा मिल रहा (हिंदी गजल)*
*जिंदगी में साथ जब तक, प्रिय तुम्हारा मिल रहा (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
जीवन की गाड़ी
जीवन की गाड़ी
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
बीज अंकुरित अवश्य होगा (सत्य की खोज)
VINOD CHAUHAN
Loading...