……… सेवा करना आदत है !
………सेवा करना आदत है !
// दिनेश एल० “जैहिंद”
उनको वादा करके मुकरना आदत है ।
हमें दुष्कर राहों पर चलना आदत है ।।
जल्दी सो जाना रातों को अब होता,,
रवि उगने से पहले जगना आदत है ।।
कुछ और करूँ याफिर मैं खाली ही रहूँ,,
इक मौला की विनती करना आदत है ।।
वैसे तो मुझमें है सेवा भाव मगर,,
अपनी माँ की सेवा करना आदत है ।।
कोई लाख मुझे रोके इस आदत से,,
मुझको शैतानों से लड़ना आदत है ।।
गैरों की आदत का हमें परवाह नहीं,,
अच्छी आदत दिल में रखना आदत है ।।
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दिनेश एल० “जैहिंद”
25. 01. 2018