Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
19 Feb 2019 · 2 min read

सेल्फी

‘हैप्पी वैलेंटाइन डे’ फोन पर रोहित की चहकती हुई आवाज आ रही थी । हिना उदास भरी आवाज में बोली’ हैप्पी वैलेंटाइन डे टू यू टू डियर। तुम्हारे बिना आज बिल्कुल अच्छा नहीं लगता ।हर साल अकेले ही मनाती हूँ इसे मैं ।” रोहित थोड़ा चुप हुआ फिर बोला “कोई बात नहीं। हमारे दिल तो पास पास हैं न । तुम हर बार की तरह इस बार भी शाम को पूरा श्रृंगार करके मेरी भेजी हुई साड़ी पहनकर अपनी फोटो मुझे भेजना । मैं उसे देखकर कर ही ये दिन मना लूंगा । मैं भी शाम को तुम्हें अपनी फोटो भेजूंगा ।दोनों सेल्फी सेल्फी से वैलेंटाइन डे मनाएंगे। दोनों वीडियो चैट करेंगे। अभी फोन काट रहा हूँ हम जम्मू से पुलवामा जा रहे हैं । बाय बाय । ” हिना मुस्कुरा दी । जानती थी रोहित फौज में है । नहीं आ सकता । मजबूर है।
शाम हुई । रोहित की भेजी हुई सुर्ख लाल रंग की साड़ी पहनी गजरा लगाया खूब श्रृंगार किया । वक़्त नहीं कट रहा
था तो टी वी देखने बैठ गई । रोहित के फोन का उसे बेसब्री से इंतज़ार था । उसकी शक्ल देखने के लिए बावली सी हुई जा रही थी। दिल घबरा सा रहा था । हालांकि पिछले तीन वैलेंटाइन भी ऐसे ही मनाए थे ।पर पता नहीं आज कैसी बेचैनी सी थी। टीवी पर कोई न्यूज़ चैनल लगा लिया । तभी उसे पुलवामा का नाम सुनाई दिया । चौंक कर जो देखा उसके तो होश ही उड़ गए। कब तक बेहोश रही कुछ पता नहीं चला । जब होश आया तो बहुत लोगों के बीच घिरी थी। उसी श्रंगार में । और उधर रोहित के चीथड़े उड़ चुके थे । सेल्फी तो क्या वो तो उसके अंतिम दर्शन भी नहीं कर पाई । एक धमाके में उसकी ज़िन्दगी बिखर चुकी थी …..??

19-02/2019
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद

Language: Hindi
3 Likes · 2 Comments · 525 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr Archana Gupta
View all
You may also like:
शब्द✍️ नहीं हैं अनकहे😷
शब्द✍️ नहीं हैं अनकहे😷
डॉ० रोहित कौशिक
जो लम्हें प्यार से जिया जाए,
जो लम्हें प्यार से जिया जाए,
Buddha Prakash
अपना गाँव
अपना गाँव
डॉ०छोटेलाल सिंह 'मनमीत'
*खोटा था अपना सिक्का*
*खोटा था अपना सिक्का*
Poonam Matia
पचीस साल पुराने स्वेटर के बारे में / MUSAFIR BAITHA
पचीस साल पुराने स्वेटर के बारे में / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
अछूत....
अछूत....
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बरसात
बरसात
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
#लघुकथा
#लघुकथा
*Author प्रणय प्रभात*
पा रही भव्यता अवधपुरी उत्सव मन रहा अनोखा है।
पा रही भव्यता अवधपुरी उत्सव मन रहा अनोखा है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
*जितना आसान है*
*जितना आसान है*
नेताम आर सी
" हैं पलाश इठलाये "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
नज़ाकत को शराफ़त से हरा दो तो तुम्हें जानें
नज़ाकत को शराफ़त से हरा दो तो तुम्हें जानें
आर.एस. 'प्रीतम'
"शून्य-दशमलव"
Dr. Kishan tandon kranti
जब तुम एक बड़े मकसद को लेकर चलते हो तो छोटी छोटी बाधाएं तुम्
जब तुम एक बड़े मकसद को लेकर चलते हो तो छोटी छोटी बाधाएं तुम्
Drjavedkhan
i always ask myself to be worthy of things, of the things th
i always ask myself to be worthy of things, of the things th
पूर्वार्थ
खुश होगा आंधकार भी एक दिन,
खुश होगा आंधकार भी एक दिन,
goutam shaw
बेटियां
बेटियां
Dr Parveen Thakur
आइए जनाब
आइए जनाब
Surinder blackpen
डॉ निशंक बहुआयामी व्यक्तित्व शोध लेख
डॉ निशंक बहुआयामी व्यक्तित्व शोध लेख
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
मिटे क्लेश,संताप दहन हो ,लगे खुशियों का अंबार।
मिटे क्लेश,संताप दहन हो ,लगे खुशियों का अंबार।
Neelam Sharma
*सभी कर्मों का अच्छा फल, नजर फौरन नहीं आता (हिंदी गजल)*
*सभी कर्मों का अच्छा फल, नजर फौरन नहीं आता (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
दिवाली
दिवाली
Ashok deep
*जन्म या बचपन में दाई मां या दाया,या माता पिता की छत्र छाया
*जन्म या बचपन में दाई मां या दाया,या माता पिता की छत्र छाया
Shashi kala vyas
समझा दिया
समझा दिया
sushil sarna
दूर क्षितिज के पार
दूर क्षितिज के पार
लक्ष्मी सिंह
बेटी को मत मारो 🙏
बेटी को मत मारो 🙏
Samar babu
2485.पूर्णिका
2485.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक  अबोध बालक 😂😂😂
डॉ अरूण कुमार शास्त्री एक अबोध बालक 😂😂😂
DR ARUN KUMAR SHASTRI
शेष कुछ
शेष कुछ
Dr.Priya Soni Khare
बसंत पंचमी
बसंत पंचमी
Neeraj Agarwal
Loading...