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5 Jul 2023 · 1 min read

*सेब (बाल कविता)*

सेब (बाल कविता)

नहीं सेब केवल फल मानो
इसको एक चिकित्सक जानो
सब रोगों को दूर भगाता
सेब रोज जो मानव खाता
मौसम में ठेले भर आते
सभी लोग जी भर कर खाते

रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451

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