“सूत्र और सिद्धान्त”
खुशी, प्रेम और आनन्द
पीयें और पिलाएँ,
‘जियो और जीने दो’ का
सूत्र और सिद्धान्त
सीखें और सिखाएँ।
बदलना तय है
हर चीज इस संसार का,
क्योंकि दस्तूर यहॉं पर
कभी पतझड़
तो कभी बहार का।
– डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
श्रेष्ठ लेखक के रूप में विश्व रिकॉर्ड में दर्ज