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18 May 2024 · 1 min read

सुन सुन कर बोल

सुन सुन कर बोल मैं समझ गई कोई घोर विपत्ति आई है जिसको तू भाई समझ रहा वह भाई नहीं अन्याई है

तेरा लखन नहीं यह कपटी है
छल करने हमसे आया है
आज मौका पाते ही बदल गया
यह घड़ी छलन की आई है

आज नीत डीगाई सिया पै
जिसे माता माता कहता था
बता कौन हुआ सौतेला किसका
यह दुनिया कहती आई है

मेरा मालिक केवल रघुवर है
तू उंगली तक न छू सकता
प्राणों पर खेलना आता मुझे
तेरी दुष्ट लगै परछाई है

तू विश दे दे विश्वास ना दे
यह दुनिया खत्म हो जाएगी
बलदेव भरोसा उठ जाएगा
क्यों तु आज बना अन्याई है

Language: Hindi
Tag: गीत
27 Views
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