Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
31 Dec 2021 · 1 min read

सुन लो

दिग्पाल छंद
२२१ २१२२/ २२१ २१२२

सुन लो प्रभू हमारे,हम दास हैं तुम्हारे।
किरपा सदा रही है ,सब काज ही संवारे।।

तूने किया सतत ही, इस दास का भला है,
जब जब मिली न मंजिल, तूने दिये सहारे।

आयी कभी मुसीबत,जीवन बना पहेली,
डूबी कभी जो कश्ती, पतवार बन उभारे।

जब-जब हुआ अंधेरा,काली घटाएं छायीं,
जीवन में भर दिये हैं, तूने सकल उजारे।

1 Like · 332 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
मन
मन
Ajay Mishra
होली और रंग
होली और रंग
Arti Bhadauria
यहां नसीब में रोटी कभी तो दाल नहीं।
यहां नसीब में रोटी कभी तो दाल नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
बस इतनी सी बात समंदर को खल गई
बस इतनी सी बात समंदर को खल गई
Prof Neelam Sangwan
धानी चूनर में लिपटी है धरती जुलाई में
धानी चूनर में लिपटी है धरती जुलाई में
Anil Mishra Prahari
टूटकर, बिखर कर फ़िर सवरना...
टूटकर, बिखर कर फ़िर सवरना...
Jyoti Khari
*बाल काले न करने के फायदे(हास्य व्यंग्य)*
*बाल काले न करने के फायदे(हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
आत्मविश्वास ही हमें शीर्ष पर है पहुंचाती... (काव्य)
आत्मविश्वास ही हमें शीर्ष पर है पहुंचाती... (काव्य)
AMRESH KUMAR VERMA
एक परोपकारी साहूकार: ‘ संत तुकाराम ’
एक परोपकारी साहूकार: ‘ संत तुकाराम ’
कवि रमेशराज
परी
परी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
पल भर कि मुलाकात
पल भर कि मुलाकात
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
कैसे कहूँ ‘आनन्द‘ बनने में ज़माने लगते हैं
कैसे कहूँ ‘आनन्द‘ बनने में ज़माने लगते हैं
Anand Kumar
दोपहर जल रही है सड़कों पर
दोपहर जल रही है सड़कों पर
Shweta Soni
बरसात हुई
बरसात हुई
Surya Barman
"बेहतर"
Dr. Kishan tandon kranti
3250.*पूर्णिका*
3250.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
मतदान 93 सीटों पर हो रहा है और बिकाऊ मीडिया एक जगह झुंड बना
मतदान 93 सीटों पर हो रहा है और बिकाऊ मीडिया एक जगह झुंड बना
*प्रणय प्रभात*
परेशान देख भी चुपचाप रह लेती है
परेशान देख भी चुपचाप रह लेती है
Keshav kishor Kumar
सारे नेता कर रहे, आपस में हैं जंग
सारे नेता कर रहे, आपस में हैं जंग
Dr Archana Gupta
कुर्सी
कुर्सी
Bodhisatva kastooriya
इस क़दर
इस क़दर
Dr fauzia Naseem shad
मै थक गया
मै थक गया
भरत कुमार सोलंकी
केवल “ॐ” कार है
केवल “ॐ” कार है
Neeraj Mishra " नीर "
बमुश्किल से मुश्किल तक पहुँची
बमुश्किल से मुश्किल तक पहुँची
सिद्धार्थ गोरखपुरी
मां आई
मां आई
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
संघर्ष........एक जूनून
संघर्ष........एक जूनून
Neeraj Agarwal
बेशर्मी के कहकहे,
बेशर्मी के कहकहे,
sushil sarna
*
*"संकटमोचन"*
Shashi kala vyas
घड़ी घड़ी ये घड़ी
घड़ी घड़ी ये घड़ी
Satish Srijan
*** कुछ पल अपनों के साथ....! ***
*** कुछ पल अपनों के साथ....! ***
VEDANTA PATEL
Loading...