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4 Jul 2021 · 1 min read

सुन पिय सबसे अच्छी यारी है

सुन पिय सबसे अच्छी यारी है
थोड़ी सी कभी लगी खारी है

इश्क रचाते जब साथ हमारे
ये जिन्दगी निछावर सारी है

तू -तू मैं -मैं जब होती अपनी
सीने पर तब चलती आरी है

दुरूह राहें हो गयी सुगम जब
जान सदा तेरे पर वारी है

मझधार में पड़ी जीवन नैया
कैसे न जिन्दगी ये हारी है

76 Likes · 1 Comment · 377 Views
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