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18 Feb 2024 · 1 min read

सुनो – दीपक नीलपदम्

सुनो,
किसी भी सफर में रहना,
फोन जरूर करते रहना,
हालात,
ठीक ना हों अगर,
मिस्ड काल ही देते रहना।

और हाँ,
कहीं भी चले जाना,
आवाज जरूर देते रहना,
गर,
ना मुमकिन हो पुकारना,
मन ही मन याद कर लेना।

मतलब
ये कि भूल नहीं जाना तुम,
कि तुम्हें भूल नहीं सकते हम,
याद रखना,
इस मोड़ पर खड़ा किया है हमें तुमने,
कि उस मोड़ पर मिलेंगे हम ॥

(c)@ दीपक कुमार श्रीवास्तव ” नील पदम् “

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