Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
29 May 2023 · 1 min read

*सुना है आजकल हाकिम से, सेटिंग का जमाना है【हिंदी गजल/गीतिका】

सुना है आजकल हाकिम से, सेटिंग का जमाना है【हिंदी गजल/गीतिका】
■■■■■■■■■■■■■■■■■■■
(1)
सुना है आजकल हाकिम से, सेटिंग का जमाना है
अगर है तो विजय निश्चित, नहीं तो हार जाना है
(2)
दलाली कर रहे नेता हैं, यह अफसर के पिछलग्गू
इन्हें अब संग अफसर के ही, मिल-जुलकर कमाना है
(3)
कचहरी और थानों में, बुरा क्या हाल मत पूछो
गरीबों का यहाँ जाने का, मतलब सिर कटाना है
(4)
कोई इंसाफ क्या देगा, बिके हैं ऊँचे पद सारे
जिसे जैसा मिला है पद, उसे वैसा ही खाना है
(5)
बड़े पद मिल गए छोटे, चरित्रों को तो क्या होगा
इन्हें चाबुक से बस केवल, गरीबों को सताना है
(6)
बड़े पद पर शिकायत ले के, जाना व्यर्थ ही समझो
दलालों का बड़े साहब के, घर पर ही ठिकाना है
—————————————————-
हाकिम = बड़ा अधिकारी
————————————————-
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

560 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Ravi Prakash
View all

You may also like these posts

दिखने में इंसान मगर, काम सभी शैतान से
दिखने में इंसान मगर, काम सभी शैतान से
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बेटा
बेटा
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
देहदान का संकल्प (सौहार्द शिरोमणि संत सौरभ पर अधारित)
देहदान का संकल्प (सौहार्द शिरोमणि संत सौरभ पर अधारित)
World News
इस दफ़ा मैं न उफ़्फ़ करूंगा।
इस दफ़ा मैं न उफ़्फ़ करूंगा।
Kirtika Namdev
काल के काल से - रक्षक हों महाकाल
काल के काल से - रक्षक हों महाकाल
Atul "Krishn"
बेटियों का जीवन_एक समर– गीत
बेटियों का जीवन_एक समर– गीत
Abhishek Soni
*स्वप्न को साकार करे साहस वो विकराल हो*
*स्वप्न को साकार करे साहस वो विकराल हो*
पूर्वार्थ
जब कोई हाथ और साथ दोनों छोड़ देता है
जब कोई हाथ और साथ दोनों छोड़ देता है
Ranjeet kumar patre
- तुम कर सकते थे पर तुमने ऐसा किया नही -
- तुम कर सकते थे पर तुमने ऐसा किया नही -
bharat gehlot
कविता(प्रेम,जीवन, मृत्यु)
कविता(प्रेम,जीवन, मृत्यु)
Shiva Awasthi
*मोहब्बत बनी आफत*
*मोहब्बत बनी आफत*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
शरारत कर के बचपन में...
शरारत कर के बचपन में...
आकाश महेशपुरी
कब तक अंधेरा रहेगा
कब तक अंधेरा रहेगा
Vaishaligoel
वाणी
वाणी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
टिप्पणी
टिप्पणी
उमा झा
मां तुम्हें सरहद की वो बाते बताने आ गया हूं।।
मां तुम्हें सरहद की वो बाते बताने आ गया हूं।।
Ravi Yadav
*चलो खरीदें कोई पुस्तक, फिर उसको पढ़ते हैं (गीत)*
*चलो खरीदें कोई पुस्तक, फिर उसको पढ़ते हैं (गीत)*
Ravi Prakash
श्राद्ध
श्राद्ध
Mukesh Kumar Sonkar
"उस गाँव में"
Dr. Kishan tandon kranti
स्याह एक रात
स्याह एक रात
हिमांशु Kulshrestha
जिसके पास क्रोध है,
जिसके पास क्रोध है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
चलना था साथ
चलना था साथ
Dr fauzia Naseem shad
राम राज्य
राम राज्य
Shashi Mahajan
👌ग़ज़ल👌
👌ग़ज़ल👌
*प्रणय*
सरस्वती वंदना-6
सरस्वती वंदना-6
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
पहले अपने रूप का,
पहले अपने रूप का,
sushil sarna
खूबसूरत सफर हो तुम
खूबसूरत सफर हो तुम
Mamta Rani
हम सभी
हम सभी
Neeraj Agarwal
बहुत उपयोगी जानकारी :-
बहुत उपयोगी जानकारी :-
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
राम - दीपक नीलपदम्
राम - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
Loading...