Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Mar 2017 · 1 min read

सुदामा/आत्म ज्ञान के पथिक, प्रेम की वसुंधरा वह

(1)
प्रेमी के हित कृष्ण ने, समता रख मान|
राज्यसभा से दौड़ कर, रखा सखा का मान||
रखा सखा का मान, दे दिया आधा आसन|
अश्रुधार बौछार, भाव से देखे शासन||
कह “नायक” कविराय, ज्ञान की मग के नेमी|
गहकर चेतन-लोक, बनो जागृत सह प्रेमी||

सह=समर्थ

(2)
मामा, सद् श्री कृष्ण के, कंस, अहं की खान|
भौतिकता की बाँह फँस, प्रेमहीन विज्ञान||
प्रेम हीन विज्ञान, स्वयं क्षतिमान बने हैं|
सूखे उर की शान,द्वंद का गाँव बने हैं||
कवि “नायक” कविराय भावमय ज्ञान-सुदामा
बन, गह योग सु कृष्ण , मरेंगे मद के मामा||

योग=तप और ध्यान

(3)
वह पंडित-चित् रूप सत्, नहीं जगत्-गति-दीन|
निर्धन कहना ठीक पर , ना दरिद्र की बीन||
ना दरिद्र की बीन, मुक्त जलभरी सुराही|
शास्त्रार्थ के बाद, गर्ग ने बेटी ब्याही||
कह “नायक” कविराय, बोधमय-अति आगर कह|
आत्म -ज्ञान के पथिक, प्रेम की वसुंधरा वह||

बृजेश कुमार नायक
जागा हिंदुस्तान चाहिए एवं क्रौंच सुऋषि आलोक कृतियों के प्रणेता

पंडित=विद्वान
चित्=आत्मा
सत्=सत्ता या अस्तित्व से युक्त
आगर=दक्ष

1 Like · 1 Comment · 718 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Pt. Brajesh Kumar Nayak
View all
You may also like:
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
ਹਕੀਕਤ ਜਾਣਦੇ ਹਾਂ
Surinder blackpen
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
मैं उसका ही आईना था जहाँ मोहब्बत वो मेरी थी,तो अंदाजा उसे कह
AmanTv Editor In Chief
*भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी (हिंदी गजल)*
*भारत माता की महिमा को, जी-भर गाते मोदी जी (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
राजस्थानी भाषा में
राजस्थानी भाषा में
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
फिर से
फिर से
अभिषेक पाण्डेय 'अभि ’
राम के जैसा पावन हो, वो नाम एक भी नहीं सुना।
राम के जैसा पावन हो, वो नाम एक भी नहीं सुना।
सत्य कुमार प्रेमी
सफर
सफर
Arti Bhadauria
पहले नामकरण
पहले नामकरण
*Author प्रणय प्रभात*
डा. तेज सिंह : हिंदी दलित साहित्यालोचना के एक प्रमुख स्तंभ का स्मरण / MUSAFIR BAITHA
डा. तेज सिंह : हिंदी दलित साहित्यालोचना के एक प्रमुख स्तंभ का स्मरण / MUSAFIR BAITHA
Dr MusafiR BaithA
*देह का दबाव*
*देह का दबाव*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
मायूसियों से निकलकर यूँ चलना होगा
VINOD CHAUHAN
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
अजी क्षमा हम तो अत्याधुनिक हो गये है
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
चाय-समौसा (हास्य)
चाय-समौसा (हास्य)
दुष्यन्त 'बाबा'
श्याम सुंदर तेरी इन आंखों की हैं अदाएं क्या।
श्याम सुंदर तेरी इन आंखों की हैं अदाएं क्या।
umesh mehra
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
माँ
माँ
Harminder Kaur
ज़हालत का दौर
ज़हालत का दौर
Shekhar Chandra Mitra
आंखे बाते जुल्फे मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो,
आंखे बाते जुल्फे मुस्कुराहटे एक साथ में ही वार कर रही हो,
Vishal babu (vishu)
एक साँझ
एक साँझ
Dr.Pratibha Prakash
शब्द शब्द उपकार तेरा ,शब्द बिना सब सून
शब्द शब्द उपकार तेरा ,शब्द बिना सब सून
Namrata Sona
*तुम अगर साथ होते*
*तुम अगर साथ होते*
Shashi kala vyas
शुभ प्रभात मित्रो !
शुभ प्रभात मित्रो !
Mahesh Jain 'Jyoti'
ये घड़ी की टिक-टिक को मामूली ना समझो साहब
ये घड़ी की टिक-टिक को मामूली ना समझो साहब
शेखर सिंह
महफ़िल में गीत नहीं गाता
महफ़िल में गीत नहीं गाता
Satish Srijan
दादा की मूँछ
दादा की मूँछ
Dr Nisha nandini Bhartiya
अश्रु से भरी आंँखें
अश्रु से भरी आंँखें
डॉ माधवी मिश्रा 'शुचि'
वो ख़्वाहिशें जो सदियों तक, ज़हन में पलती हैं, अब शब्द बनकर, बस पन्नों पर बिखरा करती हैं।
वो ख़्वाहिशें जो सदियों तक, ज़हन में पलती हैं, अब शब्द बनकर, बस पन्नों पर बिखरा करती हैं।
Manisha Manjari
तितली रानी
तितली रानी
Vishnu Prasad 'panchotiya'
"अन्तर"
Dr. Kishan tandon kranti
💐प्रेम कौतुक-442💐
💐प्रेम कौतुक-442💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...