सुदर्शन चक्र या बुलडोजर मुक्तामणी छंद
मुक्तामणी छंद
13/12=25
भैया के व्यवहार में, नजर न आए भैया।
करता ऐसी हरकतें, भैया लगे कसैया ।
प्रेम और सद्भाव से, ना लेना ना देना ।
मानव तन शैतान हैं, साफ कहें सक्सेना।
लूटपाट हत्या करें, जोर जुल्म मनमाने।
चादर लख कानून की, फाड़ें ताने बाने ।
रक्तबीज अवतार हैं, बढ़त जायँ दिन दूने।
इनके अत्याचार से, हुए कई घर सूने।
ये कलंक हैं देश के,प्रभु इनको संघारो।
या कि सुदर्शन चक्र से,या बुलडोजर मारो।।
गुरू सक्सेना
नरसिंहपुर मध्यप्रदेश
17/3/23