Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Mar 2024 · 1 min read

सत्य का संधान

सत्य का संधान
सत्य का संधान

सत्य का संधान

तमस से ज्योति की ओर एक यात्रा

अन्धकार से प्रकाश की ओर प्रस्थान

कुत्सित विचारों का अंत कर सदविचारों का आत्मसात

पतन से उत्थान की ओर मुखरित होना

विलासिता से सादगी की ओर पलायन

हर एक वस्तु और जीव में सत्य का बोध

मानवतावादी सोच की ओर चंद कदम

सद्विचारों से पोषित एक चरित्र

अहं से कोसों दूर तक कोई रिश्ता नहीं

फर्श से अर्श की एक सफल यात्रा

मानव से असाधारण मानव की ओर अग्रसर होने की

एक आध्यात्मिक यात्रा

आत्म साक्षात्कार की ओर अग्रसर होना

आध्यात्म को पूँजी बनाकर

त्याग, समर्पण और मर्यादा के भीतर रह सत्य का संधान

सत्य व्यवहार , सत्य आदर्श स्थापित कर

संस्कृति एवं संस्कारों के प्रति सकारात्मक सोच

एवं निष्ठापूर्ण पालन

सत्य का संधान अर्थात जीवन मुक्ति

सत्य का संधान अर्थात मोक्ष की प्राप्ति

अर्थात

पर्मात्व तत्व में विलीन होना

सत्य का संधान

तमस से ज्योति की ओर एक यात्रा

अन्धकार से प्रकाश की ओर प्रस्थान

3 Likes · 55 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all
You may also like:
पापा , तुम बिन जीवन रीता है
पापा , तुम बिन जीवन रीता है
Dilip Kumar
हर शाखा से फूल तोड़ना ठीक नहीं है
हर शाखा से फूल तोड़ना ठीक नहीं है
कवि दीपक बवेजा
कई आबादियों में से कोई आबाद होता है।
कई आबादियों में से कोई आबाद होता है।
Sanjay ' शून्य'
बिन मौसम बरसात
बिन मौसम बरसात
लक्ष्मी सिंह
3300.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3300.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
*नुक्कड़ की चाय*
*नुक्कड़ की चाय*
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
// श्री राम मंत्र //
// श्री राम मंत्र //
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
मेहबूब की शायरी: मोहब्बत
मेहबूब की शायरी: मोहब्बत
Rajesh Kumar Arjun
🙅आज का टोटका🙅
🙅आज का टोटका🙅
*Author प्रणय प्रभात*
गजल सगीर
गजल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
रक्षाबंधन
रक्षाबंधन
Dr Archana Gupta
आंख खोलो और देख लो
आंख खोलो और देख लो
Shekhar Chandra Mitra
देखिए बिना करवाचौथ के
देखिए बिना करवाचौथ के
शेखर सिंह
मंगलमय हो नववर्ष सखे आ रहे अवध में रघुराई।
मंगलमय हो नववर्ष सखे आ रहे अवध में रघुराई।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
दिलों का हाल तु खूब समझता है
दिलों का हाल तु खूब समझता है
नूरफातिमा खातून नूरी
आपसा हम जो दिल
आपसा हम जो दिल
Dr fauzia Naseem shad
खुद को परोस कर..मैं खुद को खा गया
खुद को परोस कर..मैं खुद को खा गया
सिद्धार्थ गोरखपुरी
जान हो तुम ...
जान हो तुम ...
SURYA PRAKASH SHARMA
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
प्रेम उतना ही करो जिसमे हृदय खुश रहे
पूर्वार्थ
"जंगल की सैर"
पंकज कुमार कर्ण
तेरी चाहत का कैदी
तेरी चाहत का कैदी
N.ksahu0007@writer
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Mahendra Narayan
*जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में*
*जी रहें हैँ जिंदगी किस्तों में*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
//...महापुरुष...//
//...महापुरुष...//
Chinta netam " मन "
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
सांच कह्यां सुख होयस्यी,सांच समद को सीप।
विमला महरिया मौज
"चाँद चलता रहे"
Dr. Kishan tandon kranti
प्रेरणा और पराक्रम
प्रेरणा और पराक्रम
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
"भीमसार"
Dushyant Kumar
रंजीत कुमार शुक्ल
रंजीत कुमार शुक्ल
Ranjeet kumar Shukla
*बारिश का मौसम है प्यारा (बाल कविता)*
*बारिश का मौसम है प्यारा (बाल कविता)*
Ravi Prakash
Loading...