Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Mar 2023 · 1 min read

“सुख”

“सुख”
बचपन में मिला करता था
मेरे साथ ही खेला करता था
जस-जस बड़ा होता गया
न जाने वो क्यों रूठता गया
अक्सर उसे मैं खोजता रहा
उसके बारे में सोचता रहा
फिर एक दिन आवाज आई
क्या मुझको ढूँढ़ रहा है भाई?

19 Likes · 8 Comments · 707 Views
Books from Dr. Kishan tandon kranti
View all

You may also like these posts

वेला है गोधूलि की , सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)
वेला है गोधूलि की , सबसे अधिक पवित्र (कुंडलिया)
Ravi Prakash
हर हाल में रहना सीखो मन
हर हाल में रहना सीखो मन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मात शारदे इस याचक को केवल ऐसा वर दो।
मात शारदे इस याचक को केवल ऐसा वर दो।
श्रीकृष्ण शुक्ल
आ लिख दूँ
आ लिख दूँ
हिमांशु Kulshrestha
बुंदेली दोहे- गउ (गैया)
बुंदेली दोहे- गउ (गैया)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
ले चेतना के पंख सजीले
ले चेतना के पंख सजीले
Madhuri mahakash
दामन में नित दाग
दामन में नित दाग
RAMESH SHARMA
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
*परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
एक जरूरी खत
एक जरूरी खत
Anil Kumar Mishra
"ना जाने"
Dr. Kishan tandon kranti
*आधुनिकता के नाम पर अपनेआप को दुनिया के समक्ष नंगा दिखाना भा
*आधुनिकता के नाम पर अपनेआप को दुनिया के समक्ष नंगा दिखाना भा
Seema Verma
बेसुध सी ख्वाहिशों का यह कैसा खुमार है ।
बेसुध सी ख्वाहिशों का यह कैसा खुमार है ।
Dr fauzia Naseem shad
*
*"परिजात /हरसिंगार"*
Shashi kala vyas
ये दिल भी न
ये दिल भी न
sheema anmol
क्षमावाचन
क्षमावाचन
Seema gupta,Alwar
नाम बहुत हैं फ़ेहरिस्त में नाम बदल सकता हूँ मैं,
नाम बहुत हैं फ़ेहरिस्त में नाम बदल सकता हूँ मैं,
दीपक श्रीवास्तव
दीदार
दीदार
Dipak Kumar "Girja"
हर चीज़ पर जल्दबाज़ी न करें..समस्या यह है कि आप अपना बहुत अध
हर चीज़ पर जल्दबाज़ी न करें..समस्या यह है कि आप अपना बहुत अध
पूर्वार्थ
तीन हाइकु
तीन हाइकु "फिक्र"
अरविन्द व्यास
बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊलुन काफ़िया -आ रदीफ़ -रहा है
बह्र 2212 122 मुसतफ़इलुन फ़ऊलुन काफ़िया -आ रदीफ़ -रहा है
Neelam Sharma
कुल मर्यादा
कुल मर्यादा
Rajesh Kumar Kaurav
हुस्न उनका न कभी...
हुस्न उनका न कभी...
आकाश महेशपुरी
प्रेम भरे कभी खत लिखते थे
प्रेम भरे कभी खत लिखते थे
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
जंगल बियाबान में
जंगल बियाबान में
Baldev Chauhan
प्रथम नागरिक द्रौपदी मुर्मू
प्रथम नागरिक द्रौपदी मुर्मू
Sudhir srivastava
लोकतंत्र का खेल
लोकतंत्र का खेल
Anil chobisa
जिंदगी में हजारों लोग आवाज
जिंदगी में हजारों लोग आवाज
Shubham Pandey (S P)
तुम रूठकर मुझसे दूर जा रही हो
तुम रूठकर मुझसे दूर जा रही हो
Sonam Puneet Dubey
जीवन
जीवन
sushil sarna
बस्ती में अपने हिंदू-मुसलमां जो बस गए इंसान की शक्ल देखने को
बस्ती में अपने हिंदू-मुसलमां जो बस गए इंसान की शक्ल देखने को
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
Loading...