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3 Apr 2023 · 1 min read

सुखदाई सबसे बड़ी, निद्रा है वरदान (कुंडलिया)*

सुखदाई सबसे बड़ी, निद्रा है वरदान (कुंडलिया)*
🍂🍃🍂🟡🟡🍂🍃🍂🍃🍃
सुखदाई सबसे बड़ी , निद्रा है वरदान
जब आती इंसान को ,लगती स्वर्ग – समान
लगती स्वर्ग – समान ,नींद अति सुंदर प्यारी
इसके सम्मुख तुच्छ ,वस्तु जग की है सारी
कहते रवि कविराय, मौज की कुंजी पाई
सोओ घोड़े बेच ,स्वास्थ्य पाओ सुखदाई
🌸🌸🌸🌸🌺🌺🌺🌺
सोओ घोड़े बेच = चैन की नींद सोना
कुंजी = ताले की चाबी
🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻
रचयिता : रवि प्रकाश ,बाजार सर्राफा
रामपुर (उत्तर प्रदेश)
मोबाइल 99976 15451

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