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16 Oct 2024 · 1 min read

4665.*पूर्णिका*

4665.*पूर्णिका*
🌷 बिंदास जीना सीख ले 🌷
2212 2212
बिंदास जीना सीख ले ।
यूं गरल पीना सीख ले ।।
दुनिया कहे क्या क्या नहीं ।
बहते पसीना सीख ले ।।
चमके जहाँ बन चांद सा।
कहते हसीना सीख ले ।।
शानी यहाँ देखो जरा।
सजते नगीना सीख ले ।।
करते चले खेदू भला।
सच रंग मीना सीख ले ।।
…….✍️ डॉ. खेदू भारती। “सत्येश “
16-10-2024 बुधवार

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