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2 Jun 2024 · 1 min read

दिल टूटने के बाद

दिल टूटने के बाद ,सोचते हैं क्या हुआ।
हर ग़म ख्वार का लहज़ा है बदला हुआ।

इतनी वफ़ा से वो , बेवफाई निभा गया
हम सोचते रह गये , किस्सा ये क्या हुआ।

देर तक चीरती रही , दिल को तेरी गुफ्तगू
भूलूं कैसे, ग़ैर के शाने पे हाथ रखा हुआ।

हर दर्द,आंहे , आंसू, वो देकर गया हमें
सोचती हूं दिल उसका, क्यूं पत्थर हुआ।

बार बार टूटने, बनने से आखिर क्या होगा ।
बस यहीं सोचते हैं, हक इश्क का अता हुआ।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
99 Views
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