सिरहासार
बस्तर दशहरा के पावन पर्व पर
सिरहासार एक मुकाम,
राजमहल के सामने ही स्थित
एक भवन का नाम।
जोगी बिठाई की रस्म होती
सिरहासार भवन में,
मावली माता की पूजा-अर्चना
श्रद्धा है जन-जन में।
आमाबाल गॉंव का व्यक्ति करता
जोगी बिठाई की रस्म,
छह सौ साल की पुरानी परम्परा
हो जाते वो ध्यानस्थ।
मुरिया दरबार का आयोजन होता
सिरहासार भवन में,
उस चौंक का भी नाम पड़ गया
सिरहासार के नाम में।
डॉ. किशन टण्डन क्रान्ति
साहित्य वाचस्पति
लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड प्राप्त
हरफनमौला साहित्य लेखक।