साहित्य क्षेत्रे तेल मालिश का चलन / MUSAFIR BAITHA
साहित्य के क्षेत्र में होने वाले अधिकांश आयोजन (कविता पाठ, कहानी पाठ, पुस्तक विमोचन और भाषण–संभाषण जैसे अन्य कार्यक्रम) फालतू होते हैं और अपने लोगों, अपने गिरोह के लोगों के बीच होते हैं, अपवाद के मामलों अथवा प्रतिभागियों को छोड़ दें तो। ये अपवाद अक्सर होते भी हैं फेस सेविंग एक्सरसाइज।
ऐसा इसलिए है कि आदमी मूलतः तेल–मालिश पसंद होता है। इसलिए, तेल–मालिश वाले आयोजन काफ़ी लोकप्रिय एवम् चलन में हैं।
साहित्य के सारे ऐसे किस्से तेलू समुदाय से अभिन्न और गहरे रूप से जुड़े होते हैं।